आने वाले समय में एसयूवी और लग्जरी कारें महंगी हो सकती है। जीएसटी काउंसिल लग्जरी गाडियों पर सेस को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने का विचार कर रही है। जीएसटी काउंसिल ने 5 अगस्त को हुई अपनी 20वीं मीटिंग में सेस को 15 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत करने की सिफारिश की है।
GST Council Recommends Increase in Max Ceiling of Cess on Motorvehicle (Under Headings 8702 & 8703) to 25% from 15% https://t.co/aBi7rPMTlD
— Ministry of Finance (@FinMinIndia) August 7, 2017
वित्त मंत्रालय ने कहा है कि सेस बढ़ाने का फैसला जीएसटी काउंसिल ने केंद्र पर छोड़ दिया है। हालांकि जीएसटी काउंसिल का सेस बढ़ाने का यह फैसला तुरंत लागू नहीं होगा क्योंकि इसके लिए जीएसटी कॉम्पेंसेशन लॉ में संशोधन की जरूरत पड़ेगी।
मौजूदा समय में इन गाड़ियों पर 28 प्रतिशत जीएसटी के साथ कुल 43 प्रतिशत टैक्स लगता है। अगर इन गाड़ियों पर सेस बढ़ाने का फैसला लागू हो गया तो जीएसटी और सेस कुल 53 प्रतिशत हो जाएगा। हालांकि सेस बढ़ाने का फैसला होता है तो भी यह तुरंत लागू नहीं होगा। वित्त मंत्रालय ने अपनी रिलीज में कहा, ‘हालांकि वास्तविक सेस कब से लागू होगा, इस संबंध में जीएसटी काउंसिल फैसला करेगी।
GST Council in Aug 5 meet recommended, Centre may move legislative amendments to increase ceiling of cess on motor vehicles to 25% from 15%
— ANI (@ANI_news) August 7, 2017
बता दें कि 5 अगस्त को हुई जीएसटी काउंसिल की मीटिंग में टेक्सटाइल इंडस्ट्री को राहत देने और कारों पर सेस बढ़ाने जैसे कई अहम फैसले लिए गए। गौरतलब है कि कारों को जीएसटी के तहत सबसे ऊंचे 28 प्रतिशत वाले स्लैब में रखा गया है। बता दें कि जीएसटी काउंसिल पहले ही सेस के साथ ही इस पर अधिकतम टैक्स 40 प्रतिशत तय कर चुकी है।
अभी चार मीटर की लंबाई वाली छोटी पेट्रोल और 1,200 सीसी इंजन कैपेसिटी वाली गाड़ियों पर एक प्रतिशत सेस लगाया गया है तो वहीं इसी लंबाई और 1,500 सीसी कैपेसिटी की डीजल गाड़ियों पर 3 प्रतिशत का सेस तय किया गया है। मिड साइज की बड़ी कारों या एसयूवी पर सेस 15 प्रतिशत है, जिससे जीएसटी लागू होने के बाद कुछ मॉडल्स के दाम में कटौती की थी।