रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआइ) ने प्रमुख ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है लेकिन चालू वित्त वर्ष के लिए महंगाई के पूर्वानुमान को 4.3 से बढ़ाकर 4.7 फीसदी रखा है। आरबीआइ के गवर्नर उर्जित पटेल ने आज मुंबई में यह जानकारी दी। ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होने से कर्ज सस्ता होने की कोई उम्मीद नहीं है।
पटेल के नेतृत्व वाली छह सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने पांचवी द्विमासिक समीक्षा में रेपो रेट और रिजर्व रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। ये क्रमशः छह फीसदी और को 5.75 फीसदी ही रहेंगे।
आरबीआइ ने 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू कारोबारी साल यानी 2017-18 के लिए 6.7 फीसदी के आर्थिक विकास दर के अनुमान को बरकरार रखा है। साथ ही उसने ये संकेत भी दिए हैं कि आगे विकास दर में और बढ़ोतरी हो सकती है। आरबीआइ ने कहा है कि उसने डिजिटल भुगतानों को और अधिक प्रोत्साहन देने के लिए डेबिट कार्ड लेनदेन पर शुल्क को तर्कसंगत बनाने का निर्णय लिया है।