भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने के लिए मोदी सरकार की ओर से चलाए जा रहे मेक इन इंडिया अभियान पर सुजुकी ने यह सुझाव दिया है। नई दिल्ली में वाहनों के कल-पुर्जे बनाने वाली कंपनियों के संगठन एक्मा के वार्षिक सत्र को संबोधित करते हुए सुजुकी ने कहा, यहां मेक इन इंडिया का जिक्र किया जाता है। मैं इसमें क्वालिटी इन इंडिया जोड़ना चाहूंगा। गुणवत्ता पर जोर देते हुए उन्होंने कहा, मेरा विश्वास है कि यदि सभी आपूर्तिकर्ता भारत में गुणवत्ता का अनुपालन करें तो हम अमेरिका और चीन से भी आगे निकलने में समर्थ होंगे और ये आपूर्तिकर्ता वैश्विक बाजार में नंबर एक की जगह पा सकते हैं।
सुजुकी ने कहा कि दुनियाभर में 10 लाख से अधिक वाहनों को वापस मंगाया जाना इस बात का संकेत देता है कि हमें गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करना होगा। इसलिए इसमें कोई संदेह नहीं है कि गुणवत्ता सफलता की एक महत्वपूर्ण कुंजी है और इस संबंध में हर किसी ने देखा होगा कि आज की स्थिति में वेंडर का चयन गुणवत्ता के आधार पर करना जरूरी हो गया है।