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सरकारी स्टाइल में EMI पर छूट दे रहे हैं सार्वजनिक बैंक, प्राइवेट बैंकों में छूट पाना आसान

कोविड-19 के खतरे और लॉकडाउन की दिक्कतों के बीच सरकारी बैंक अपने सरकारी स्टाइल को नहीं छोड़ रहे हैं। यह...
सरकारी स्टाइल में EMI पर छूट दे रहे हैं सार्वजनिक बैंक, प्राइवेट बैंकों में छूट पाना आसान

कोविड-19 के खतरे और लॉकडाउन की दिक्कतों के बीच सरकारी बैंक अपने सरकारी स्टाइल को नहीं छोड़ रहे हैं। यह रवैया बैंकों से ईएमआई पर तीन महीने की छूट लेने में साफ तौर पर दिख रहा है। भारतीय स्टेट बैंक से लेकर पंजाब नेशनल बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा तक सभी ने इस सुविधा को लेना काफी परेशानी भरा बना दिया है। वहीं निजी बैंकों से मोरेटेरियम (ईएमआई पर तीन माह तक छूट) की सुविधा कहीं ज्यादा आसान है। निजी बैंक एक क्लिक पर यह सुविधा दे रहे हैं।

डिजिटल इंडिया में कागजी कार्रवाई जरूरी

भले ही मोदी सरकार और आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास लोगों से कह रहे हैं, आप ज्यादा से ज्यादा काम डिजिटल करिए, जिससे सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन हो। लेकिन आपको भारतीय स्टेट बैंक से मोरेटेरियम सुविधा लेने के लिए आपको बैंक की वेबसाइट पर जाकर एक फॉर्म डाउनलोड करना होगा। जहां आपको अपनी लोन डिटेल देनी होगी। उसके बाद बैंक को ई-मेल करना होगा। इस प्रक्रिया के बाद आपको बैंक की तरफ से सहमति मिलने के बाद ही मोरेटेरियम की सुविधा मिल पाएगी। इस बारे में एसबीआई के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार हमें नहीं मालूम कि दूसरे बैंक क्या कर रहे हैं, लेकिन अगर हमें किसी कस्टमर के बारे में जानकारी लेनी है तो यही तरीका हो सकता है। कस्टमर को केवल एक फॉर्म ही तो भरना है। हालांकि जिस दिन आरबीआई गवर्नर ने तीन महीने के मोरेटेरियम पीरियड का ऐलान किया था, उसी दिन एसबीआई चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा था कि कस्टमर को यह सुविधा ऑटोमेटिक मिलेगी।

एसबीआई की तरह पीएनबी में भी अगर आपको यह सुविधा लेनी है तो आपको एक फॉर्म जमा करना होगा। यह फॉर्म कैसे जमा करना है, इस बारे में पीएनबी ने कुछ नहीं बताया है। लेकिन एक अधिकारी का कहना है कि जिस ब्रांच में लोन अकाउंट होगा, वहां पर कस्टमर को बताना होगा। इसके अलावा बैंक यह भी सिस्टम तैयार कर रहा है कि अगर कस्मटर के अकाउंट में बैलेंस नहीं है तो उसे मोरेटेरियम का फायदा दे दिया जाय।

वहीं, बैंक ऑफ बड़ौदा की बात करें तो वहां भी आपको मोरेटेरियम सुविधा लेने के लिए बैंक की ब्रांच से संपर्क करना होगा। हालांकि बैंक ने यह भी कहा है कि वह अपने कस्टमर से एसएमएस के जरिए सहमति लेने की कोशिश कर रहा है। लेकिन हकीकत यह है कि बैंक के ब्रांच स्तर  के अधिकारियों में इस तरह की कोई जानकारी नहीं है। उत्तर प्रदेश में एक बैंकर के अनुसार हमें अभी तक कोई निर्देश नहीं मिला है।

प्राइवेट बैंक कैसे दे रहे हैं सुविधा

दूसरी तरफ, अगर आप प्राइवेट बैंक के कस्टमर हैं तो यह सुविधा लेना कहीं आसान है। मसलन आईसीआईसीआई बैंक के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार हमारे कस्टमर को वेबसाइट पर जाकर कुछ बेसिक डिटेल ऑनलाइन देनी होगी। मसलन उसे रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर , पैन आदि की डिटेल देनी होगी। कस्टमर की ऑनलाइन स्वीकृति के बाद यह सुविधा मिल जाएगी।

आईसीआईसीआई की तरह हाउसिंग फाइनेंस कंपनी एचडीएफसी भी अपने बैंक कस्टमर को एसएमएस की सुविधा दे रही है। इसके तहत वह अपने कस्टमर को एसएमएस के जरिए स्वीकृति देने की सुविधा दे रही है। इसी तरह एक्सिस बैंक, यस बैंक भी एसएमएस और ऑनलाइन स्वीकृति की सुविधा अपने कस्टमर काे दे रहे हैं।

क्या है मोरेटेरियम सुविधा

कोविड-19 के संकट को देखते हुए भारतीय रिजर्व बैंक ने बैंकों से कहा है कि वह मार्च, अप्रैल और मई की ईएमआई रिटेल लोन कस्टमर से नहीं ले। यानी होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन, क्रेडिट कार्ड आउटस्टैण्डिंग का बकाया चुकाने पर तीन महीने का मोरेटेरियम मिलेगा। ऐसा करने पर बैंक कस्टमर की क्रेडिट हिस्ट्री खराब नहीं होगी। हालांकि मोरेटेरियम सुविधा लेने पर कस्टमर को ब्याज अधिक चुकाना होगा।

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