आपके फोन पर अगर कोई कॉल आए और कोई महिला या पुरुष ये कहे, मैं एटीएम सर्विस सेंटर से बोल रहा हूं। आपका एटीएम कार्ड ब्लॉक हो गया है। एक बड़ी गड़बड़ी आपकी आखिरी निकासी में हुई थी। आप तुरंत अपने एटीएम कार्ड के डिटेल्स दें। थोड़ी देर में हमारे सेंटर का दूसरा व्यक्ति आपसे संपर्क करेगा। -फिर थोड़ी देर में दूसरा कॉल आएगा और आपसे आपके एटीएम का नंबर और एक्सपाइरी डेट आदि ब्यौरा लेने की कोशिश की जाएगी। आपसे फोन पर यह ब्यौरा नोट करने के बाद, वह कहेगा कि थोड़ी देर में आपके पास इमेल आएगा और बस...। आपको एक इमेल मिलेगा, जिसमें आपसे पांच हजार रुपये से लेकर दस हजार रुपये तक जमा करने को कहा जाएगा।
अगर आप अब तक नहीं चेते तो आपका बैंक खाता साफ हो जाएगा। यह सब एक बड़ा रैकेट है, जो पूरे देश में और खासतौर से बड़े धडल्ले से दिल्ली में चल रहा है। इस झांसे में आई एक नौजवान युवती प्रीति पांडे ने आउटलुक को बताया, मैं खुद ही बैंक में काम कर रही हूं, लेकिन शुरू में इस झंसे को समझ नहीं आई। मैंने अपने एटीएम कार्ड का नंबर और एक्सपाइरी डेट फोन पर बता दी, इसके बाद जब मेरे पास पांच हजार रुपये जमा कराने का मेल आया, तब मेरा माथा ठनका। मैंने तुंरत अपना एटीएम नंबर ब्लॉक कराया। ऐसे कई मामले दिल्ली और कोलकाता में दर्ज हो चुके हैं। कोलकाता में ऐसे गिरोह के पांच लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था।
आईसीआईसीआई बैंक के शुभेंद्रू का कहना है कि इस तरह के मामले बहुत बढ़ गए हैं। उपभोक्ताओं को इस जालसाजी से जागरूक करने के लिए बैंक की तरफ से लगातार एसएमएस और मेल भेजे जाते हैं कि कोई भी बैंक किसी भी स्थिति में उपभोक्ता से एटीएम कार्ड का ब्यौरा नहीं मांगता। लेकिन ये जालसाज और अपराधी लोगों को अपने जाल में फांस लेते हैं।