कारोबारी सप्ताह के पहले दिन यानी सोमवार को रुपये में रिकॉर्ड गिरावट देखी गई। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया आज 74 का स्तर पार करते हुए बंद हुआ। इससे पहले रुपये में आज सुबह 14 पैसे की गिरावट देखी गई। इस गिरावट के बाद रुपये का स्तर 73.90 रुपये प्रति डॉलर हो गया। बताया जा रहा है कि चीन के केंद्रीय बैंक की ओर से अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और अपनी घरेलू नीति को आसान बनाने के बाद डॉलर में मजबूती आई है।
डॉलर के मुकाबले पहली बार 74 के पार
गौरतलब है कि शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से पॉलिसी दर में बिना किसी बदलाव के बाद रुपया दिन में डॉलर के मुकाबले पहली बार 74 के नीचे जाने के बाद अंत में 18 पैसे की गिरावट के साथ 73.76 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ। यह बाजार बंद होने के समय का अब तक किसी दिन का न्यूनतम स्तर है।
जानें क्या है रुपये में गिरावट की वजह
डॉलर की मांग और आपूर्ति बढ़ी
दुनिया के देशों से लेन-देन के लिए आमतौर पर डॉलर की जरूरत होती है ऐसे में डॉलर की मांग बढ़ने और आपूर्ति कम होने पर स्थानीय करंसी कमजोर होती है। एंजेल ब्रोकिंग के करेंसी एनालिस्ट अनुज गुप्ता ने रुपये में आई हालिया गिरावट पर कहा, ‘भारत को कच्चे तेल का आयात करने के लिए काफी डॉलर की जरूरत होती है और हाल में तेल की कीमतों में जोरदार तेजी आई है जिससे डॉलर की मांग बढ़ गई है। वहीं, विदेशी निवेशकों द्वारा निवेश में कटौती करने से देश से डॉलर का आउटफ्लो बढ़ गया है। इससे डॉलर की आपूर्ति घट गई है’।
निर्यात घटना भी बड़ी वजह
एनालिस्ट अनुज गुप्ता का कहना है कि आयात ज्यादा होने और निर्यात कम होने से चालू खाते का घाटा बढ़ गया है, जोकि रुपये की कमजोरी की बड़ी वजह है। ताजा आंकड़ों के अनुसार, चालू खाता घाटा तकरीबन 18 अरब डॉलर हो गया है। जुलाई में भारत का आयात बिल 43.79 अरब डॉलर और निर्यात 25.77 अरब डॉलर रहा।
दूसरी ओर, विदेशी मुद्रा का भंडार लगातार घटता जा रहा है। विदेशी मुद्रा भंडार 31 अगस्त को समाप्त हुए सप्ताह को 1.19 अरब डॉलर घटकर 400.10 अरब डॉलर रह गया।
राजनीतिक अस्थिरता
गुप्ता बताते हैं, ‘राजनीतिक अस्थिरता का माहौल बनने से भी रुपये में कमजोरी आई है। आर्थिक विकास के आंकड़े कमजोर रहने की आशंकाओं का भी असर है कि घरेलू करंसी डॉलर के मुकाबले कमजोर हो रही है। जबकि विश्व व्यापार जंग के तनाव में दुनिया की कई उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं की मुद्राएं डॉलर के मुकाबले कमजोर हुई हैं’।
अमेरिका की मजबूती से लग रहा है झटका
अमेरिकी अर्थव्यवस्था में लगातार मजबूती के संकेत मिल रहे हैं जिससे डॉलर दुनिया की प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मजबूत हुआ है। अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मजबूती आने से विदेशी निवेशक भारतीय बाजार से अपना पैसा निकाल कर ले जा रहे हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि संरक्षणवादी नीतियों और व्यापारिक हितों के टकराव के कारण अमेरिका और चीन के बीच पैदा हुई व्यापारिक जंग से वैश्विक व्यापार पर असर पड़ा है।
पिछले दिनों ऐसी रही रुपये की चाल
- शुक्रवार को रुपया 73.77 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
- गुरूवार को रुपया 73.57 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
- बुधवार को रुपया 73.24 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
- सोमवार को रुपया 43 पैसे कमजोरी के साथ 72.91 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।