11 दिसंबर को आने वाले पांच राज्यों के चुनावी नतीजों से एक दिन पहले डॉलर के मुकाबले रुपये की शुरुआत भी भारी गिरावट के साथ हुई है। रुपया 59 पैसे टूटकर 71.40 के स्तर पर खुला है। वहीं, पिछले कारोबारी सत्र में रुपया 10 पैसे की बढ़त के साथ 70.80 के स्तर पर बंद हुआ था।
अमेरिका और चीन के बीच टकराव बढ़ने के संकेतों से रुपया गुरुवार को 54 पैसे कमजोर होकर प्रति डॉलर 71 के पार पहुंच गया था। इसके अलावा अमेरिकी करंसी में मजबूती और इक्विटी मार्केट में कमजोरी का असर भी रुपया पर दिखा।
फिच रेटिंग्स ने घटाया था ग्रोथ अनुमान
पिछले दिनों ग्लोबल रेटिंग कंपनी फिच ने चालू वित्त वर्ष यानी 2018-19 के लिए भारत का जीडीपी ग्रोथ अनुमान घटाकर 7.2 फीसदी कर दिया, जबकि पहले 7.8 फीसदी रखा था। रेटिंग एजेंसी ने गुरुवार को अपना ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक जारी करते हुए वित्त वर्ष 2019-20 और 2020-21 में जीडीपी ग्रोथ 7 फीसदी और 7.1 फीसदी रहने का अनुमान जाहिर किया है।
प्रति डॉलर 75 तक जा सकता है रुपयाः फिच
फिच ने करंट अकाउंट डेफिसिट को लेकर भी चिंताएं जाहिर कीं। फिच ने कहा, ‘ग्लोबल फाइनेंसिंग कंडीशंस में सख्ती के बीच करंट अकाउंट डेफिसिट बढ़ने से रुपए पर प्रेशर बढ़ सकता है। हमारा अनुमान है कि 2019 के अंत तक रुपया प्रति डॉलर 75 के स्तर तक पहुंच सकता है।’
शेयर बाजार में भी बड़ी गिरावट
शुरुआती कारोबार में सोमवार सुबह सेंसेक्स 478.59 अंकों की गिरावट के साथ 35,204.66 पर खुला। वहीं, निफ्टी 185 अंकों की गिरावट के साथ 10,508.70 पर खुला। कुछ ही मिनटों में बाजार 550 अंक लुढ़क गया। वहीं, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी में भी भारी गिरावट आई और यह 175 अंकों से ज्यादा टूट गया। फिलहाल सेंसेक्स 615 अंक गिरकर 35,058.76 पर कारोबार कर रहा है जबकि निफ्टी 193.55 अंक गिरकर 10,500के स्तर पर है।
एग्जिट पोल के आने के बाद शेयर बाजार में सबसे बड़ी गिरावट देखी गई है। हालांकि बाजार के जानकारों का कहना है कि ये आंकड़े और भी बढ़ सकते हैं।