डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को कारोबार के दौरान पहली बार 74 प्रति डॉलर से नीचे चला गया। रिजर्व बैंक ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। केंद्रीय बैंक द्वारा मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद रुपया 55 पैसे टूटकर 74.13 प्रति डॉलर के नए सर्वकालिक निचले स्तर पर पहुंच गया।
बता दें कि आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी ने ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। रेपो रेट 6.50 फीसदी और रिवर्स रेपो रेट को 6.25 फीसदी पर बरकरार रखा गया है।
कच्चे तेल के दाम बढ़ने के बीच निवेशकों में विदेशी कोषों की निकासी तथा चालू खाते के घाटे को लेकर चिंता बनी हुई है।
शुरुआती कारोबार रुपया 73.56 प्रति डॉलर पर मजबूती के साथ खुला। लेकिन यह शुरुआती मजबूती को कायम नहीं रख पाया और जल्द 74 प्रति डॉलर के स्तर से नीचे चला गया।
इससे पहले गुरूवार को रुपया 73.58 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। गुरुवार को रुपये ने 73.82 का निचला स्तर भी देखा। हालांकि बाद में यह रिकवर होकर 73.58 के स्तर पर बंद हुआ।
इस साल करीब 14 फीसदी टूटा रुपया
इस साल रुपये में करीब 14 फीसदी तक कमजोरी आई है। क्रूड की कीमतें बढ़ने, ट्रेड वार, कैड बढ़ने की आशंका, डॉलर में मजबूती, घरेलू स्तर पर निर्यात घटने और राजनीतिक अस्थिरता जैसे फैक्टर्स की वजह से रुपये पर लगातार दबाव बना हुआ है।
पिछले दिनों ऐसी रही रुपये की चाल
- गुरूवार को रुपया 73.58 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था
- बुधवार को रुपया 73.24 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था
- सोमवार को रुपया 43 पैसे कमजोरी के साथ 72.91 प्रति डॉलर पर बंद हुआ
- शुक्रवार को रुपया 72.48 प्रति डॉलर के भाव पर बंद हुआ था
गिरते रुपये का असर शेयर बाजार पर भी दिख रहा है
गौरतलब है कि गिरते रुपये का असर भारतीय शेयर बाजार पर भी दिख रहा है। गुरुवार के दिन की शुरुआत में सेंसेक्स करीब 330 अंक गिरकर 34839 पर पहुंच गया।