डॉलर के मुकाबले रुपये में जारी गिरावट इस कारोबारी सप्ताह के चौथे दिन यानी शुक्रवार को भी जारी है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया पहली बार 71 तक फिसल गया। ओपनिंग तो 70.95 प्रति डॉलर पर हुई लेकिन कुछ ही देर में 26 पैसे की गिरावट के साथ 71 का सबसे निचला स्तर छू लिया। यह रुपये में अब तक की सबसे बड़ी गिरावट है।
इससे पहले गुरुवार को 70.74 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था। डॉलर की मांग बढ़ने और क्रूड महंगा होने से भारतीय मुद्रा पर दबाव बढ़ा है। ब्रेंट क्रूड 78 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच गया है।
महीने के आखिर में आयातकों की तरफ से डॉलर की डिमांड बढ़ने की वजह से लगातार रुपये में गिरावट जारी है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में जारी उथल-पुथल ने भी रुपये को अस्थिर किया हुआ है।
जानें इससे क्या पड़ सकता है असर
- रुपये में गिरावट की वजह से पेट्रोल-डीजल महंगा हो सकता है। भारत अपनी जरूरत का 80% से ज्यादा क्रूड इंपोर्ट करता है। इसके लिए डॉलर में भुगतान करना पड़ता है।
- विदेश घूमना और वहां पढ़ाई करना महंगा हो जाएगा। क्योंकि, करंसी एक्सचेंज के लिए ज्यादा रुपये चुकाने पड़ेंगे।
- एयरलाइंस को हो सकता है नुकसान। उन्हें दूसरे देशों से विमान किराए पर लेने के लिए ज्यादा रकम देनी पड़ेगी।
- आईटी और फार्मा कंपनियों को रुपये की गिरावट से फायदा मिलेगा। क्योंकि, उनका ज्यादातर कारोबार एक्सपोर्ट पर आधारित है।