देश के सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) की विकास दर घटकर छह साल के निचले स्तर पर रहने के बाद शेयर बाजार गोता लगा गए। मुंबई सेंसेक्स करीब 769 अंक लुढ़क गया जबकि निफ्टी में 225 अंकों की गिरावट आई। कोर सेक्टर और जीडीपी के आंकड़ों से अर्थव्यवस्था की निराशाजनक तस्वीर दिखने का असर शेयर बाजारों पर भी पड़ा। दस सरकारी बैंकों के विलय की घोषणा का भी बाजार पर नकारात्मक असर पड़ा। मजबूत बैंकों के भी शेयर आठ फीसदी तक गिर गए।
शाम तक जारी रही बाजार में गिरावट
सत्र की शुरूआत में सेंसेक्स 400 अंक गिर गया था। दोपहर तक इसकी गिरावट करीब 500 अंकों तक पहुंच गई। कारोबारी सत्र की समाप्ति पर सेंसेक्स 769 अंक गिरकर 36,562 अंकों पर रह गया। इसी तरह निफ्टी की गिरावट शुरूआत में 118 अंकों की थी जो बाद में 143 अंकों तक पहुंच गई। कारोबार सत्र की आखिर तक निफ्टी 225 अंक गिरकर 10,798 अंकों तक उतर गया।
हर तरफ से मिले थे सुस्ती के संकेत
डीपी की विकास दर चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में गिरकर छह साल के निचले स्तर 5 फीसदी पर रह गई। कोर सेक्टरों की वृद्धि दर जुलाई में 7.3 फीसदी से गिरकर 2.1 फीसदी पर रह गई। मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर का पीएमआइ भी गिरने की खबर आई थी। इससे पहले ऑटो, रियल्टी और दूसरे तमाम सेक्टरों में मांग घटने के संकेत मिले थे।
क्या कहते हैं एनालिस्ट
घरेलू आंकड़े नकारात्मक रहने के साथ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अच्छी खबरें नहीं हैं। अमेरिका और चीन के बीच कारोबारी तनातनी खत्म होती नहीं दिख रही है। इससे बाजार में निवेशकों को सुधार की उम्मीद नहीं दिख रही है। निवेशकों की खरीद का अभाव रहने के ही कारण बिकवाली का दबाव रहा और चारों ओर गिरावट रही।
विलय की घोषणा के बाद बैक शेयर लुढ़के
शेयर बाजार में सरकारी बैंकों के विलय के प्रस्ताव का नकारात्मक असर दिखाई दिया है। पिछले सप्ताह दस सरकारी बैंकों का विलय करके चार बड़े बैंक गठित करने की पिछले सप्ताह की सरकार की घोषणा के बाद पहली बार खुले बाजारों में प्रतिक्रिया देखने को मिली। निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 3.76 फीसदी गिरकर दोपहर में 2381.30 पर रह गया। पंजाब नेशनल बैंक का शेयर सबसे ज्यादा 7.78 फीसदी गिरकर 59.90 पर रह गया। इसी तरह युनाइटेड बैंक में 6.28 फीसदी और ऑरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में 4.9 फीसदी की गिरावट रही। कैनरा बैंक 7.73 फीसदी गिरकर 203.50 रुपये पर रह गया।
आईटी और फार्मा को छोड़ सभी सेक्टर लाल
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में निफ्टी आईटी और फार्मा को छोड़कर सभी सेक्टोरल इंडेक्स लाल रंग में थे। निफ्टी पीएसयू बैंक में 2 प्रतिशत, वित्तीय सेवाओं में 1.4 प्रतिशत और धातु में 1 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन 3.4 प्रतिशत, टाटा मोटर्स 2.7 प्रतिशत, अल्ट्राटेक सीमेंट 2.6 प्रतिशत और आईसीआईसीआई बैंक 2.4 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं।
इन शेयरों में दिखा कुछ लाभ
हालांकि, टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज और इंफोसिस जैसे आईटी शेयरों ने कुछ लाभ दिखाए।
बाकी देशों का हाल
इस बीच, संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन ने एक-दूसरे के सामान पर नए टैरिफ लगाए जाने के बाद एशियाई शेयरों ने अपनी गिरावट जारी रखी। सरकार के विरोध प्रदर्शन के बाद हांगकांग का हैंग सेंग 0.1 फीसदी नीचे रहा। शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 0.05 फीसदी गिरा है लेकिन जापान का निक्केई 0.09 फीसदी की मामूली बढ़त के साथ है।