वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस की महामारी की दूसरी लहर के संकेतों से विश्व बाजारों में गिरावट दिखाई दी। इसके संकेतों से भारतीय शेयर बाजारों में भी भारी गिरावट का रुख दिखाई दी। बीएसई सेंसेक्स 552 अंक गिरकर 33,228 पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 159 अंक के नुकसान के साथ 9813 पर बंद हुआ। इससे पहले बाजार में 850 अंकों की गिरावट दर्ज की गई जिससे सेंसेक्स 33 हजार से नीचे आ गया। हालांकि बाद में थोड़ा सुधार आ गया।
सप्ताह के पहले दिन सोमवार को बीएसई का सेंसेक्स 110.34 अंक नीचे और निफ्टी 53.55 पॉइंट की गिरावट के साथ खुला। अभी बीएसई 750 अंक नीचे 33,029 पर और निफ्टी 212 अंक ऊपर 9,765 पर कारोबार कर रहा है।
इससे पहले शुक्रवार को बीएसई 1101.68 अंक नीचे और निफ्टी 357.05 अंक की गिरावट के साथ खुला था। दिनभर की ट्रेडिंग के दौरान बीएसई 1190.27 अंक तक नीचे गिर गया था। हालांकि, ट्रेडिंग के आखिरी घंटे में बीएसई और निफ्टी में बढ़त आ गई। कारोबार के अंत में बीएसई 242.52 अंक बढ़कर 33,780.89 पर और निफ्टी 70.90 अंक बढ़कर 9,972.90 पर बंद हुआ था।
बाजार में गिरावट की वजह
कारोबारियों के अनुसार भारतीय बाजारों को वैश्विक बाजारों से नकारात्मक संकेत मिल रहे हैं। वैश्विक स्तर पर कोरोना महामारी दोबारा तेज होने से निवेशकों में चिंताएं दिखाई दे रही हैं। इसके अलावा घरेलू बाजार से विदेशी फंडों की बिकवाली से भी कमजोर फंडामेंटल बन गए। चीन में दोबारा केसों की संख्या बढ़ने और अमेरिका में नए मरीजों का आंकड़ा और बड़ा होने से आर्थिक रिकवरी के बारे में निवेशकों की उम्मीदें धूमिल होती दिख रही है।
इन विदेशी बाजारों में भी सुस्ती
विदेशी बाजारों में शंघाई, हांग कांग, टोक्यो और सियोल स्टॉक एक्सचेंजों के इंडेक्स रेड मार्क में दर्ज किए गए। अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड ऑयल भी दो फीसदी गिरकर 37.95 डॉलर प्रति बैरल रह गया। इससे भी आर्थिक रिकवरी में रुकावट के संकेत मिले हैं।
इन शेयरों में दिखी उथल-पुथल
बाजार में सक्रिय शेयरों की बात करें तो इंडसइंड बैंक 6.90 फीसदी गिरकर 493 पर कारोबार कर रहा है। एक्सिस बैंक में 5.29 फीसदी और आइसीआइसीआइ बैंक में 4.75 फीसदी की गिरावट है। एनटीपीसी में भी चार फीसदी से ज्यादा गिरावट है। हालांकि विप्रो, एमएंडएम, एससीएल टेक, ओएनजीसी में 3.85 फीसदी तक की तेजी है।