आमिर ख़ान इन दिनों अपनी बहुप्रतीक्षित फ़िल्म “ लाल सिंह चड्डा “ को लेकर सुर्खियों में हैं। हिन्दी सिनेमा जगत से जुड़े हर एक व्यक्ति को आमिर ख़ान की इस फ़िल्म का बेसब्री से इंतज़ार है। आमिर ख़ान इस फ़िल्म की कामयाबी के लिए सभी तरीक़े आज़मा रहे हैं। आमिर ख़ान इस समय किसी तरह की कोताही नहीं बरतना चाहते और यह बात उनके प्रमोशनल इवेंट्स में साफ देखी जा सकती है। आमिर ख़ान अपनी फ़िल्म के लिए समर्थन हासिल करने की जद्दोजहद में कॉफी विद करण से लेकर भोजपुरी सिनेमा की सुपरस्टार अक्षरा सिंह के साथ मंच साझा कर रहे हैं।
इन्हीं इवेंट्स के दौरान आमिर ख़ान ने पिछले दिनों ट्विटर पर चल रहे “ बॉयकॉट लाल सिंह चड्डा “ ट्रेंड के विषय में अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि यह सब देखकर उनके मन को चोट पहुंचती है। जब वह देखते हैं कि लोग उनके देशप्रेम पर सवाल उठा रहे हैं तो उनको दुःख होता है। आमिर ख़ान ने अपील करते हुए कहा कि लोग उनके देशप्रेम के बारे में ऐसी धारणाएं न बनाएं, यह सब धारणाएं झूठी अफ़वाहें हैं, भ्रम हैं और इसके चलते उनकी फ़िल्म “ लाल सिंह चड्डा” का बॉयकॉट न किया जाए। फिल्मी दुनिया के जानकार भी आमिर ख़ान के साथ खड़े दिखाई दे रहे हैं। सभी का मानना है कि आमिर ख़ान ने “ लगान”, “ मंगल पांडेय”, “ रंग दे बसंती” जैसी फ़िल्मों से भारतीय समाज में देशभक्ति और राष्ट्रप्रेम की भावना को पोषित करने का काम किया है। ऐसे में उन पर आरोप लगाना और उनकी फ़िल्म को टार्गेट करना उचित नहीं है। इससे पूरी हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री पर बुरा असर पड़ेगा।
बता दें कि आमिर ख़ान की फ़िल्म “ “ लाल सिंह चड्डा ” मशहूर अमरीकी फ़िल्म “ फॉरेस्ट गंप “ का भारतीय रूपांतरण है। इसे बनाने के लिए आमिर ख़ान को एक दशक से अधिक का परिश्रम करना पड़ा है। फ़िल्म के निर्देशक अद्वैत चंदन हैं, जिन्होंने इससे पहले आमिर ख़ान के साथ सीक्रेट सुपरस्टार जैसी कामयाब फ़िल्म बनाई है। आमिर ख़ान प्रोडक्शन और वायाकॉम 18 स्टूडियो ने फ़िल्म को प्रोड्यूस किया है।
फ़िल्म “ लाल सिंह चड्डा” कई मायनों में अहम है। दर्शकों को आमिर ख़ान की फ़िल्म का काफ़ी समय से इंतज़ार था। “ पीके”, “दंगल”, “ सीक्रेट सुपरस्टार” की अभूतपूर्व सफलता के बाद सभी की निगाहें आमिर ख़ान पर टिकी हुई थीं। फ़िल्म “ लाल सिंह चड्डा” से आमिर ख़ान एक लम्बे अंतराल के बाद सिनेमाई पर्दे पर दस्तक दे रहे हैं। उनकी एक फैन फॉलोइंग है, जो उनके काम को सराहने और सम्मान देने का काम करती है। अब ऐसे समय में, जब हिन्दी फ़िल्मों का प्रतिकूल समय चल रहा है, तब आमिर ख़ान से आशाएं बंध गई हैं। सभी उम्मीद कर रहे हैं कि आमिर अपने कॉन्टेंट और परफेक्शन से एक बार फिर दर्शकों का प्यार हासिल करेंगे और उनकी फ़िल्म “ लाल सिंह चड्डा” की कामयाबी से हिन्दी सिनेमा की फ़िल्मों पर लगा ग्रहण दूर होगा।