बॉलीवुड में पिछले कुछ समय से बायोपिक का दौर जारी है। हाल ही में पीएम मोदी की बायोपिक 'पीएम: नरेंद्र मोदी' का ट्रेलर रिलीज हुआ था। इससे पहले महाराष्ट्र के नेता बाल ठाकरे की बायोपिक भी रिलीज हुई थी। मोदी के रोल में विवेक ओबरॉय तो ठाकरे के रोल में नवाजुद्दीन सिद्दीकी नजर आए थे। इस लिस्ट में कंगना रनौत भी पीछे नहीं हैं और वे फिल्म मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी में रानी लक्ष्मीबाई का किरदार निभाने के बाद अब वो बड़े पर्दे पर दिवंगत राजनेता और अभिनेत्री जयललिता का किरदार निभाती नजर आएंगी।
कंगना रनौत ने इस साल की शुरुआत में ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ जैसी सुपरहिट फिल्म देकर एक बार फिर अपने क्वीन के टैग को बरकरार रखा है। मणिकर्णिका के बाद अब कंगना रनौत दिवंगत राजनेता और अभिनेत्री जयललिता का रोल ऑन स्क्रीन प्ले करने वाली हैं। आज कंगना रनौत का जन्मदिन है और इस खास मौके पर उनकी अगली फिल्म की अनाउंसमेंट की गई है।
पर्दे पर जयललिता का किरदार निभाना कंगना के लिए चुनौती से कम नहीं
कंगना रनौत हमेशा से ही अपनी यूनीक फिल्म च्वाइस के लिए जानी जाती रही हैं। 'क्वीन' हो या फिर झांसी की रानी उन्होंने अपने हर किरदार के लिए फैंस से तारीफ पाई है ऐसे में पर्दे पर जयललिता का किरदार निभाना भी उनके लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा।
दो भाषाओं में रिलीज होगी ये फिल्म
तमिलनाडु में जयललिता को 'पुराची थलाईवी' के नाम से भी जाना जाता रहा है, जिसका अर्थ होता है 'क्रांतिकारी नेता'। इस फिल्म को दो भाषाओं तमिल और हिंदी में रिलीज किया जाएगा। 'पुराची थलाईवी' की तर्ज पर फिल्म के तमिल संस्करण को 'थलाईवी' नाम से रिलीज किया जाएगा। वहीं, फिल्म के हिंदी संस्करण का नाम 'जया' रखा गया है।
इस फिल्म की कहानी 'बाहुबली' और 'मणिकार्णिका' की कहानी लिख चुके लेखक केवी विजेंद्र प्रसाद ने लिखी है। हालांकि फिल्म को कब रिलीज किया जाएगा इसे लेकर कोई जानकारी बाहर नहीं आई है।
‘जयललिता हमारे देश के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक थीं’
फिल्म का निर्देशन एएल विजय करेंगे। फिल्ममेकर ने कहा, जयललिता मैडम हमारे देश के सबसे प्रमुख नेताओं में से एक थीं। उनके जीवन पर फिल्म बनाना एक बड़ी जिम्मेदारी है और हम इसे बेहद सावधानी और ईमानदारी के साथ करने जा रहे हैं। मैं भारत की सबसे बड़ी स्टार और बहुत प्रतिभाशाली कंगना रनौत जी के साथ काम करके गर्वित और खुश हूं कि वह हमारी बहुत गतिशील नेता की गतिशील भूमिका का किरदार निभाने वाली हैं।
जयललिता एक सुपरस्टार थीं और एक प्रतिष्ठित राजनीतिज्ञ बन गईं
कंगना ने भी बायोपिक के बारे में कहा कि दिवंगत नेता की जिन्दगी मेनस्ट्रीम सिनेमा के लिए अच्छी अवधारणा है और वह खुद को सम्मानित महसूस कर रही हैं। उनके मुताबिक, जयललिता जी इस सदी की सबसे बड़ी महिला सफलता की कहानियों में से एक हैं। वह एक सुपरस्टार थीं और एक प्रतिष्ठित राजनीतिज्ञ बन गईं, यह एक मेनस्ट्रीम सिनेमा के लिए एक बेहतरीन अवधारणा है। मैं इस मेगा प्रोजेक्ट का हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रही हूं।
जानें जयललिता के बारे में
दक्षिण भारत में खासकर तमिलनाडु के लोगों के बीच भगवान की तरह पूजी जाने वाली जयललिता का निधन 5 दिसम्बर 2016 को हुआ था। जयललिता का जन्म एक तमिल परिवार में 24 फरवरी, 1948 में हुआ और वो कर्नाटक के मेलुरकोट गांव में पैदा हुई। मैसूर में संध्या और जयरामन दंपति के ब्राह्मण परिवार में जन्मीं जयललिता की शिक्षा चर्च पार्क कॉन्वेंट स्कूल में हुई।
जयललिता ने दो साल की उम्र में अपने पिता को खो दिया था। 15 साल की उम्र में तो उन्होंने कन्नड़ फिल्मों में अभिनेत्री का काम करना शुरू कर दिया था। इसके बाद उन्होंने तमिल फिल्मों का रूख किया। 1965 से 1972 के दौर में उन्होंने अधिकतर फिल्में एमजी रामचंद्रन के साथ की। फिल्मी कामयाबी के दौर में उन्होंने 300 से ज्यादा तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और हिंदी फिल्मों में काम किया। साल 1982 में उन्होंने राजनीति में कदम रखा, जिसके बाद उन्होंने एक या दो बार नहीं बल्कि 5 बार तमिलनाडु की सत्ता संभाली और मुख्यमंत्री बनीं।