मूक-बधिरों और विकलांग लोगों के लिए स्थानीय तुकोगंज थाने में चलाए जा रहे पुलिस सहायता केंद्र के प्रमुख ज्ञानेंद्र पुरोहित ने कहा, इन दिनों पाकिस्तान के कराची शहर में रह रही गीता से मैंने हाल ही में इंटरनेट पर वीडियो कॉल के जरिये सांकेतिक भाषा में बातचीत की थी। तब उसने मुझ से कहा था कि वह चाहती है कि बजरंगी भाईजान फिल्म भी सांकेतिक भाषा में डब हो। इससे उसके जैसे हजारों मूक-बधिर लोग इस फिल्म का पूरी तरह आनंद ले पाएंगे।
पुरोहित ने बताया कि वह गीता की स्वदेश वापसी के मामले में पिछले तीन महीने से भारतीय विदेश मंत्रालय के संपर्क में हैं। सांकेतिक भाषा विशेषज्ञ ने कहा, गीता की गुजारिश पर हम फिल्म बजरंगी भाईजान को सांकेतिक जुबान में डब करने जा रहे हैं। हम चाहते हैं कि डबिंग के बाद जब पहली बार इस फिल्म का प्रदर्शन किया जाये तब सलमान और गीता, दोनों मौजूद रहें।
पुरोहित ने बताया कि गीता सलमान की प्रशंसक है। वीडियो कॉल के जरिये हुई सांकेतिक जुबान में हुई हालिया बातचीत में उसने यह इच्छा भी जताई थी कि भारत वापसी के बाद वह अपने परिवार के साथ सलमान से मिलना चाहती है।
उन्होंने कहा, सलमान के लिये गीता के दिल में खास जगह है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इस मूक-बधिर महिला के जीवन की सच्ची कहानी सलमान की मुख्य भूमिका वाली फिल्म बजरंगी भाईजान की सिनेमाई पटकथा की बुनियादी तासीर से काफी हद तक मिलती है।
गीता के भारत लौटने की संभावित तारीख 26 अक्टूबर है। भारत सरकार ने उसे वापस लाने की प्रक्रिया लगभग पूरी कर ली है।
पुरोहित ने बताया कि विशेष जरूरत वाले लोगों की खातिर इंदौर में चलाए जा रहे पुलिस सहायता केंद्र के लिए उन्होंने शोले, गांधी, मुन्नाभाई एमबीबीएस और तारे जमीन पर जैसी मशहूर फिल्मों को सांकेतिक भाषा में डब किया है। यह फिल्में सिर्फ मूक-बधिर लोगों के लिए होती हैं। इनका किसी भी तरह से व्यावसायिक इस्तेमाल नहीं किया गया है।