रामगोपाल वर्मा ने फिल्म के पोस्टर के साथ ट्वीट किया, 340 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली मेरी पहली अंतरराष्ट्रीय फिल्म होगी न्यूक्लियर।
उन्होंने कहा, मैं काल्पनिक एवं वास्तविक जीवन पर आधारित दोनों तरह की विषयवस्तु का उत्सुक पाठक रहा हूं लेकिन मेरे जीवन में मैंने कभी न्यूक्लियर जैसा विषय नहीं पढ़ा। वर्मा ने फिल्म की वेबसाइट पर साझा किए गए एक नोट में कहा, हां, यह भारत में अब तक बनी सबसे महंगी फिल्मों से बहुत महंगी होगी और इसका कारण यह है कि इसकी विषयवस्तु वास्तव में यह मांग करती है कि इसे इतने बड़े स्तर पर फिल्माया जाए जो कभी नहीं देखा गया हो।
यह फिल्म आतंकवाद के विषय पर आधारित है और यह उन परिणामों के बारे में बताती है जो दुनिया को परमाणु बम के गलत हाथों में पड़ने पर झेलने होंगे। वर्मा ने कहा, हिरोशिमा एवं नागासाकी शहरों में हुए परमाणु बम धमाकों की गूंज विस्फोट के 70 साल बाद भी दुनिया के कानों में गूंज रही है।
उन्होंने कहा, इस समय सबसे अधिक डराने वाली बात यह है कि यदि यह विस्फोट हमारे समय में होता है... यह जाहिर है कि मुंबई जैसे बड़े शहर में एक वास्तविक परमाणु विस्फोट आसानी से तृतीय विश्व युद्ध छेड़ सकता है और अंतत: दुनिया का खात्मा हो सकता है।
इस फिल्म की शूटिंग अमेरिका, चीन, रूस एवं भारत में की जाएगी और भारत, अमेरिका, चीन, रूस, ब्रिटेन एवं यमन के अभिनेता इसमें अभिनय करेंगे।
भाषा