गुरमीत राम रहीम ऐसे भले ही अपने भक्तों के लिए ईश्वर के दूत हों लेकिन सेंसर बोर्ड ने उन्हें केवल संदेशवाहक तक ही सीमित कर दिया है। लंबे समय से अटकी हुई राम रहीम इंसा की फिल्म एमएसजी द मैसेंजर ऑफ गॉड पर आखिरकार कृपा हो गई है। भले ही यह कृपा ईश्वर की न हो पर ईश्वर के बनाए इंसानों की जरूर है।
हरियाणा के डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख ने एक फिल्म बनाई है, जिसका नाम उन्होंने पहले रखा था, एमएसजी द मैसेंजर ऑफ गॉड। इस फिल्म में प्रमुख भूमिका भी गुरमीत राम रहीम ने ही निभाई है। बाबा ने सलमान खान की तरह इसमें स्टंट किए हैं, गाने गाए हैं और झूम के नाचे भी हैं। एक्शन-इमोशन के बढ़िया तड़के के साथ बाबा अपने भक्त दर्शकों से रूबरू होना चाहते थे, जिस पर सेंसर बोर्ड ने ब्रेक लगा दिया था।
अब तमाम विवादों और रोक के कारणों पर बहस के बाद यह फिल्म 13 फरवरी को नए नाम से प्रदर्शित होगी। इस बार नाम से गॉड शब्द हटा दिया गया है। अब यह फिल्म नए नाम यानी द मैसेंजर के नाम से प्रदर्शित की जाएगी।
इस फिल्म की कुल लागत 13 लाख रुपये आई है और यह मात्र 67 दिनों में पूरी हुई है। यह तो मजे की बात है कि जितने दिनों में यह फिल्म बन कर तैयार हो गई है, उससे ज्यादा दिन तो इस फिल्म को अपने प्रदर्शन के लिए संघर्ष में लग गए हैं। अब देखना यह है कि ईश्वर का यह संदेश दर्शकों तक कैसे पहुंचता है।