ऐसा लग रहा है कि फिल्म पद्मावती पर लगातार हो रहे विवाद से निर्देशक संजय लीला भंसाली दु:खी हैं। इसीलिए उन्होंने वीडियो जारी कर अपनी बात रखी है। उन्होंने कहा कि यह फिल्म बहुत ईमानदारी, जिम्मेदारी और मेहनत से बनाई गई है। उन्होंने कहा कि इसमें किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाई गई है।
पढ़िए, उन्होंने वीडियो में क्या कहा-
नमस्कार,
मैं संजय लीला भंसाली। इस वीडियो के माध्यम से आप से कुछ कहना चाहता हूं। मैंने फिल्म पद्मावती बहुत ही ईमानदारी से,जिम्मेदारी से,मेहनत से बनाई है। मैं रानी पद्मावती की कहानी से हमेशा से प्रभावित रहा हूं और यह फिल्म उनकी वीरता और उनके आत्मबलिदान को नमन करती है। कुछ अफवाहों की वजह से यह विवादों का मुद्दा बन चुकी है। अफवाह यह है कि फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच में कोई ड्रीम सीक्वेंस दर्शाया गया है। मैंने इस बात को पहले ही नकारा है। लिखित प्रमाण भी दिया है इस बात का पहले। और आज इस वीडियो के माध्यम से मैं फिर से दोहरा रहा हूं कि हमारी फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच में ऐसा कोई सीन नहीं है जो किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाए। किसी के जज्बातों को तकलीफ दे। हम न इस फिल्म को बहुत जिम्मेदारी से बनाया है। राजपूत मान और मर्यादा का खयाल रखा है। एक बार फिर से दोहरा रहा हूं कि हमारी फिल्म में रानी पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच कोई ड्रीम सीक्वेंस नहीं है। कोई ऐसा सीन नहीं है जो किसी को भी तकलीफ दे।
धन्यवाद।
फिल्म की जब से शूटिंग चल रही है, तभी से यह विवादों में है। जनवरी महीने में करणी सेना द्वारा राजस्थान के जयपुर में फिल्म के सेट पर तोड़-फोड़ भी की गई थी। करणी सेना का आरोप था कि फिल्म में पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी के बीच प्रेम प्रसंग दिखाया गया है।
इसके बाद भी अनेक संगठनों ने इसका विरोध किया। फिल्म पर बैन लगाने की भी बात की गई। जाहिर है, एक निर्देशक बड़ी मेहनत से फिल्म बनाता है। उसकी फिल्म में बहुत से लोगों का पैसा लगा होता है। कोई भी निर्देशक नहीं चाहेगा कि फिल्म की वजह से किसी का पैसा या किसी की मेहनत बर्बाद हो। ऐसे में इस 'आहत प्रधान देश' में उन्होंने अपनी बात साफ करना ही बेहतर समझा।
फिलहाल, संजय लीला भंसाली का वीडियो यह रहा-