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तिग्मांशु से यारी हो गई अमित साध की

फिल्मों में जमने के लिए क्या फार्मूला है। सही मायनों में कोई तयशुदा फार्मूला नहीं होता हां एक बात है जो आपके पक्ष में होनी चाहिए और वह है किसी बेहतरीन निर्देशक से अच्छी ट्यूनिंग। यह ट्यूनिंग न इतनी आसान होती है न आसानी से बनती है। लेकिन अमित साध इसमें सफल रहे हैं।
तिग्मांशु से यारी हो गई अमित साध की

एक फिल्म आई थी, काइपो छे। इसमें तीन दोस्तों की कहानी थी। फिल्म में एक दोस्त की भूमिका अमित साध ने निभाई थी। बाकी दो दोस्तों की भूमिकाओं में राजकुमार राव और सुशांत सिंह राजपूत थे। राव को फिल्म शाहिद के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है और वह कंगना और विद्या के साथ आ चुके हैं। सुशांत सिंह को भी ब्योमकेश बक्षी जैसी बड़ी फिल्म मिल चुकी है। ऐसे में सिर्फ अमित बचे थे जिन्हें एक और ब्रेक की जरूरत थी।

 

अमित साध के तिग्मांशु धूलिया की नई फिल्म यारा का हिस्सा हैं। साध के लिए तिग्मांशु धूलिया की आगामी फिल्म यारा का हिस्सा बनना आसान नहीं था। अमित का कहना है कि एक गैंगस्टर की भूमिका में फिट बैठने के लिए उन्हें वजन से जुड़े कठिन प्रशिक्षण से गुजरना पड़ा। अमित का किरदार इस फिल्म में एक युवक से एक अधेड़ तक के बदलाव की कहानी है। अमित का यह किरदार 25 साल के एक लड़के से शुरू होता है और फिल्म में उसकी उम्र 50 साल तक दिखाई गई है। अपने किरदार में बदलाव के लिए उन्हें वजन बढ़ाना और घटाना पड़ा।

 

हाल में फिल्म की शूटिंग पूरी करने के बाद अमित ने कहा, ‘यारा एक पीरियड ड्रामा है जिसमें 1975 से मौजूदा समय तक की दास्तान है।’ उन्होंने कहा, ‘मैं कार्यक्रम के हिसाब से अपनी शूटिंग पूरी कर चुका हूं। दोस्ती की पृष्ठभूमि पर आधारित यह एक गैंगस्टर की फिल्म है। फिल्म में विद्युत जामवाल और श्रुति हसन भी महत्वपूर्ण भूमिका में है।

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