स्माइल अंतरराष्ट्रीय बाल एवं युवा फिल्म महोत्सव (सिफ्फकी) की शुरुआत इस साल 5 दिसंबर को दिल्ली के सिरी फोर्ट सभागार में होगी। यह भारत का एकमात्र बाल फिल्मोत्सव है जिसमें लघु फिल्में, वृत्तचित्र और बच्चों द्वारा बनाई गई फिल्में भी दिखाई जाएंगी। सिफ्फकी के सलाहकार बोर्ड में नागेश कुकुनूर, हंसल मेहता, तिग्मांशू धुलिया, रेसुल पूकुट्टी, जॉन बरुआ और संतोष सिवान जैसे कई बड़े फिल्म निर्देशकों को शामिल किया गया है। ज्यूरी पैनल में भी कई बड़े नाम शामिल हैं जिसमें दुनिया के सबसे बड़े बाल फिल्म महोत्सव के तौर पर प्रसिद्ध सिनेकिड-नीदरलैंड के निदेशक सैन्नेट नाइये और डेनिश सांस्कृतिक संस्थान के सलाहकार फुसुन एरिकसन जैसी हस्ती भी शामिल हैं।
सिफ्फकी के अध्यक्ष सांतनु मिश्रा ने बताया, एक ओर हम वंचित बच्चों और उनके परिवारों के साथ काम करते हैं तो वहीं दूसरी ओर सुविधा संपन्न तबके को संवेदनशील बनाते हैं। सांतनु ने कहा कि इस साल इस महोत्सव का फोकस होगा- फिल्म निर्माण की प्रक्रिया में बच्चों खासकर पिछड़े एवं वंचित वर्ग के बच्चों को शामिल करना और उन्हें प्रोत्साहित करना। उन्होंने कहा, हम फिल्म इंडस्ट्री के कई नामी कलाकारों के साथ फिल्म निर्माण, कला डिजाइन, सिनेमैटोग्राफी और कथा वाचन पर कार्यशालाएं आयोजित करेंगें। लगभग 60 लघु फिल्में और वृत्तचित्र बनाने वाले स्माइल फाउंडेशन ने एक राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता फिल्म आई एम कलाम का भी निर्माण किया है।