मशहूर सिंगर सोना मोहापात्रा के एक गाने को लेकर विवाद सामने आ रहा है। सोना ने आरोप लगाया है कि एक संगठन ने उन्हें धमकी दी है। संगठन को छोटे कपड़े में सोना के गाने पर आपत्ति है। धमकियों के बाद सिंगर ने पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी है।
वहीं, सोना मोहापात्रा की वकील का कहना है, ‘सोना ने अमीर खुसरो की कविता पर आधारित एक वीडियो बनाया है। इस पर कई लोगों ने कहा कि उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर सही कपड़े नहीं पहने। कानूनी तौर पर सोना के पास सेंसर बोर्ड का सर्टिफिकेट है और अगर कोई आपत्ति होती तो बोर्ड इसे पास न करता।‘
किस गाने के लिए मिल रही हैं धमकियां
सोना को लेटेस्ट ट्रैक 'तोरी सूरत' के लिए धमकियां मिली हैं। दो गानों पर आपत्ति जताई गई है। सोना के मुताबिक, मदारिया सूफी फाउंडेशन की ओर से उन्हें कई दिनों से धमकियां मिल रही थीं। सोना ने मुंबई पुलिस को ट्वीट कर धमकी की जानकारी दी। उन्होंने लिखा- डियर मुंबई पुलिस, मुझे मदारिया सूफी फाउंडेशन की तरफ से धमकी भरे नोटिस मिल रहे हैं। वे चाहते हैं कि मैं अपना म्यूजिक वीडियो तोरी सूरत हर प्लेटफॉर्म से हटा दूं। उनका कहना है कि वीडियो वल्गर है इससे सांप्रदायिक दंगे हो सकते हैं।
Dear @MumbaiPolice I have received a threatening notice from the Madariya Sufi Foundation to remove my music video Tori Surat from all communication mediums. They claim that the video is vulgar,will flare communal tensions.I need to know whom to write in my response to at ur end
— SONA (@sonamohapatra) April 30, 2018
दूसरे ट्वीट में सोना ने लिखा, ‘मदारिया फाउंडेशन ने मुझे रेग्युलर ऑफेडर कहा है। उन्हें मेरा 5 साल पुराना वीडियो मिला है जिसमें कोक स्टूडियो पर मैंने 'पिया से नैना' सॉन्ग गाया है। उन्होंने इसे इस्लाम की बेइज्जती बताया है क्योंकि इसमें मैंने छोटे कपड़े पहने थे। सोना ने इस मामले को लेकर कहा, मदारिया फाउंडेशन 6 दिनों से परेशान कर रहा है।‘
उन्होंने लिखा, ‘मदारिया फाउंडेशन को तोरी सूरत म्यूजिक वीडियो में मेरी स्लीवलेस ड्रेस और बॉडी एक्पोजिंग डांसर्स के होने पर दिक्कत है. सूफी फाउंडेशन का दावा है कि मुझे धमकी देने के पीछे उनका मकसद सौहार्द और शांति बनाए रखना था. मैं इंडिया से पूछती हूं कि आप सिस्टरहुड के बारे में क्या कहेंगे? क्यों महिलाओं को कवर करने के लिए कहा जाता है. क्यों पब्लिक में गाने और डांस करने के लिए मना किया जाता है?’
जावेद अख्तर उतरे सोना के समर्थन में
सोना को फिल्म इंडस्ट्री में किसी से समर्थन नहीं मिल रहा है। सिर्फ जावेद अख्तर सिंगर के समर्थन में आए हैं। जावेद अख्तर ने लिखा- मैं उन प्रतिक्रियावादी संगठनों की निंदा करता हूं जो अमीर खुसरो के गीत पर बने सोना के वीडियो का विरोध कर रहे हैं। इन मुल्लाओं को पता होना चाहिए कि अमीर खुसरो हर भारतीय से जुड़े हुए हैं। ये आपकी जागीर नहीं है।
कौन हैं सोना मोहापात्रा?
सोना पार्श्व गायिका, संगीतकार और गीतकार हैं। उनका जन्म 17 जून 1976 को कटक (ओडिशा) में हुआ था। उन्हें हिंदी सिनेमा में अलग तरह की गायकी के लिए जाना जाता है। सोना ने बीटेक में डिग्री ली है। वह सिम्बोयसिस से एमबीए पास आउट भी हैं। सोना की शादी फिल्म संगीतकार और संगीत निर्देशक राम संपत से हुई है। दोनों पति-पत्नी मुंबई में अपना अलग-अलग म्यूजिक स्टूडियो चला रहे हैं। सोना पहले एड के लिए जिंगल बनाती थीं। टाटा साल्ट-कल का भारत है, क्लोजअप-पास आओ ना उनके मशहूर जिंगल हैं। जिसे उन्होंने खुद गाया भी. इसके बाद उन्होंने फिल्म डेली-बेली का 'बेदर्दी राजा' गाने में अपनी आवाज दी। सोना आमिर खान के शो में बतौर परफॉर्मर दिखीं और उन्होंने सत्मेव जयते में घर बहुत याद आता हैं, मुझको क्या बेचेगा रुपैया से काफी मशहूर हुईं। उन्होंने आमिर की फिल्म तलाश का जिया लागे ना गाना भी गाया। इसके अलावा उनका गाना ‘अम्बरसरिया’ काफी लोकप्रिया हुआ था।