भारत के उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू और केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने आज राजधानी दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कार्यक्रम में 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार वितरित किए। इस दौरान रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मनित किया। इसके अलावा कंगना को बेस्ट एक्ट्रेस का नेशनल अवार्ड मिला है। वहीं मनोज बाजपेयी और धनुष को बेस्ट एक्टर के अवार्ड से नवाजा गया।
दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित होने के बाद रजनीकांत ने कहा, "मुझे इस पुरस्कार से सम्मानित करने के लिए मैं भारत सरकार का बहुत-बहुत धन्यवाद करता हूं। मैं ये पुरस्कार अपने गुरू के. बालचंदर, अपने भाई सत्यनारायण राव और अपने ट्रांसपोर्ट ड्राइवर दोस्त राजबहादुर को समर्पित करता हूं।"
रजनीकांत की इस उपलब्धि पर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने बधाई देते हुए कहा कि रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार जीतने पर बधाई देता हूं। उन्होंने सिनेमा जगत को 5 दशक दिए हैं। कोई कहेगा वह वेटरन हैं, कोई आइकोनिक कलाकार कहेगा। मैं कहता हूं कि इन 5 दशक ने उनको एक इंडिविजुअल से एक संस्था के रूप में बदला है।
उन्होंने आगे कहा कि दुनिया का कंटेंट अगर कहीं बन सकता है तो वह भारत है। फिल्म निर्माण, पोस्ट प्रोडक्शन, एनिमेशन, विज़ुअल, ग्राफिक्स आदि की संभावना देश के अंदर खड़ी होती है। ये हम पर निर्भर करता है कि हम उस काम को कैसे यहां ला सकते हैं। एक बहुत बड़ा अवसर हमारे सामने हैं।
रजनीकांत को दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित करने के बाद भारत के उपराष्ट्रपति ने कहा कि आप दक्षिण भारत के प्रसिद्ध अभिनेताओं में से एक हैं। आप लाखों दिलों पर राज करते हैं और इनको किसी परिचय की आवश्यकता नहीं है। आपके अभिनय कौशल ने भारतीय फिल्म उद्योग को एक नया आयाम दिया है।