डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा रूस से तेल की खरीद पर 25 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ बुधवार से लागू हो गया है। यह पहले से ही भारतीय आयात पर अमेरिका द्वारा लगाए गए 25 प्रतिशत शुल्क के अतिरिक्त है। इस कदम पर कांग्रेस ने केंद्र सरकार की विदेश नीति पर सवाल उठाए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे सरकार की “सतही” विदेश नीति का परिणाम करार दिया और कहा कि इससे भारत में “भारी रोजगार हानि” होगी। कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल की शुरुआत में अपनी कथित विजयी रणनीति “MAGA MIGA = MEGA” का इस्तेमाल किया था, लेकिन अब यह “मोदी निर्मित MEGA” भारत के लिए “महाअसुविधा” बन गया है।
जयराम रमेश ने कहा कि ट्रम्प टैरिफ और अमेरिका के वाणिज्य सचिव के हालिया H1B वीजा कार्यक्रम पर बयान भारत के लिए “महाअसुविधा” का हिस्सा हैं। उन्होंने लिखा, “ट्रम्प का डबल टैरिफ अब लागू हो गया है, जो निस्संदेह अमेरिका में भारत के श्रम-प्रधान निर्यातों—विशेषकर वस्त्र, गहने, चमड़ा, समुद्री उत्पाद और इंजीनियरिंग—को प्रभावित करेगा।” उन्होंने आगे कहा कि “पिछले चौबीस घंटों में, अमेरिकी वाणिज्य सचिव ने H1B वीजा प्रणाली के खिलाफ भी बयान दिया, जिसका सबसे बड़ा लाभ भारतीय आईटी पेशेवरों को हुआ है।”
जयराम रमेश ने याद दिलाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने फरवरी में वाशिंगटन दौरे के दौरान नया सूत्र “Make India Great Again” (MIGA) गढ़ा था, जो राष्ट्रपति ट्रम्प के MAGA मंत्र से प्रेरित था। मोदी ने इसे दोनों देशों के बीच “MEGA साझेदारी” के रूप में पेश किया, लेकिन अब यही रणनीति भारत के लिए परेशानी बन गई है।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने ट्विटर पर लिखा, “नरेंद्र मोदी जी, आपके प्रिय मित्र 'अबकी बार, ट्रम्प सरकार' ने आज से भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है। पहले झटके के रूप में, सिर्फ 10 सेक्टरों में अनुमानित ₹2.17 लाख करोड़ का नुकसान होगा।”
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह टैरिफ नीति भारत के निर्यात और रोजगार पर गंभीर असर डाल सकती है और केंद्र सरकार को इसके प्रभावों को गंभीरता से देखने की आवश्यकता है।