विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने मंगलवार को घोषणा की कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी को लेकर देश के कुछ हिस्सों में हिंसा की हालिया घटनाओं के खिलाफ बजरंग दल के कार्यकर्ता इस सप्ताह देशव्यापी विरोध प्रदर्शन करेंगे।
आरएसएस से जुड़े संगठन ने कहा कि उसके युवा विंग के कार्यकर्ता गुरुवार को देश भर के जिला प्रशासन मुख्यालय में "इस्लामिक जिहादी कट्टरपंथियों द्वारा बढ़ती चरमपंथी घटनाओं" के खिलाफ धरना देंगे, और राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को एक ज्ञापन भी सौंपेंगे।
बता दें कि बर्खास्त बीजेपी पदाधिकारियों नुपुर शर्मा और नवीन जिंदल द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी के खिलाफ 10 जून को दिल्ली की जामा मस्जिद के बाहर सहित देश के कई हिस्सों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
झारखंड में, प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के प्रयास में कुछ पुलिसकर्मी घायल हो गए, जबकि जम्मू में अधिकारियों ने कुछ क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया। उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में, प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसके बाद बल को उन पर लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
भगवा संगठन के महासचिव मिलिंद परांडे ने एक बयान में कहा, "देश में इस्लामिक जिहादी कट्टरपंथियों द्वारा बढ़ती चरमपंथी घटनाओं के खिलाफ, विहिप की युवा शाखा बजरंग दल अब सड़कों पर उतरेगी।"
उन्होंने कहा, "जिहादी कट्टरपंथियों द्वारा हिंदुओं पर लगातार हमले के खिलाफ बजरंग दल के कार्यकर्ता गुरुवार को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देंगे और राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपेंगे।"
परांडे ने मांग की कि उन मस्जिदों पर कड़ी निगरानी रखी जाए जहां से भीड़ कथित तौर पर जुमे की नमाज के बाद निकली थी और 10 जून को देश के कुछ हिस्सों में हिंसा की थी।
परांडे ने मांग की, "भीड़ को भड़काने वालों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए," उन्होंने कहा, "धमकी देने वालों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। धमकी देने वालों को गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज किए जाएं।"