9 जुलाई 2025 को देशभर में 10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और किसान संगठनों द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया है। यह हड़ताल केंद्र सरकार की कथित "मजदूर विरोधी और कॉरपोरेट समर्थक" नीतियों के खिलाफ है, जिसमें उत्तर प्रदेश में बिजली वितरण कंपनियों के निजीकरण और चार नए श्रम कानूनों का विरोध शामिल है। अनुमान है कि 25 करोड़ से अधिक कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल होंगे, जिससे बैंकिंग, डाक, परिवहन, कोयला खनन, और बिजली जैसे क्षेत्रों में व्यवधान की संभावना है। लेकिन क्या स्कूल, कॉलेज, और बैंक बंद रहेंगे? आइए जानते हैं।
स्कूल और कॉलेज: केंद्र या राज्य सरकारों ने 9 जुलाई के लिए स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने की कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। अधिकांश शैक्षणिक संस्थान सामान्य रूप से खुले रहने की उम्मीद है। हालांकि, कुछ राज्यों जैसे कर्नाटक में, परिवहन व्यवधान के कारण स्कूल बंद करने पर विचार किया जा सकता है, जिसकी घोषणा 8 जुलाई की शाम तक संभावित है। केरल में भी स्कूल खुले रहने की संभावना है, लेकिन बस सेवाओं के प्रभावित होने से छात्रों और शिक्षकों को आने-जाने में परेशानी हो सकती है। अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने स्कूलों से संपर्क करें।
बैंक: अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ (AIBEA) सहित कई बैंक यूनियनों ने हड़ताल में भागीदारी की पुष्टि की है। इससे सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और सहकारी बैंकों में शाखा संचालन, चेक क्लीयरेंस, और ग्राहक सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। हालांकि, पूर्ण बंद की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, और निजी बैंक सामान्य रूप से कार्य कर सकते हैं। ग्राहकों को स कुछ घंटों के लिए सीमित सेवाओं की उम्मीद करनी चाहिए।
अन्य सेवाएं: डाक सेवाएं, बीमा, और बिजली आपूर्ति में व्यवधान की संभावना है, क्योंकि 27 लाख बिजली कर्मचारी और डाक कर्मचारी हड़ताल में शामिल हो रहे हैं। सरकारी कार्यालयों में कोई अवकाश घोषित नहीं हुआ है, लेकिन कर्मचारियों की अनुपस्थिति से सेवाएं धीमी हो सकती हैं। स्टॉक मार्केट, जैसे NSE और BSE, सामान्य रूप से 9 बजे सुबह से 3:30 बजे तक खुले रहेंगे।
नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे परिवहन और आवश्यक सेवाओं में व्यवधान के लिए पहले से योजना बनाएं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस को कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए तैनात किया गया है।