बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 का आज दूसरा दिन है। आज की शुरुआत भी गर्मजोशी और विचारपूर्ण तरीके से हुई। मंच पर उपस्थित सभी महानुभावों का स्वागत पौधा और पारंपरिक शॉल देकर किया गया। अब तक 40 से अधिक कंपनियों ने आईटी सेक्टर में काम करने की इच्छा जताई है और इसके तहत अब तक 4 हजार करोड़ रुपये से अधिक के एमओयू साइन हो चुके हैं। सुपरसेवा, जय श्री टेक्नोलॉजीज और एक्सेल डॉट जैसी कंपनियों के शेयरधारक बिहार को लेकर काफी उत्साहित दिखे।
आज सन पेट्रोकेमिकल्स के एमडी दिलीप सांघवी ने बिहार में 36,700 करोड़ रुपये निवेश करने के लिए उद्योग विभाग के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इसमें अक्षय ऊर्जा और हरित बुनियादी ढांचे में 30,000 नौकरियां पैदा होंगी। यह उद्योग और बिहार के लोगों दोनों के लिए फायदेमंद है।
यही नहीं, बिहार बिजनेस कनेक्ट में अडाणी एंटरप्राइजेज के निदेशक प्रणव अडानी ने कहा कि अडानी समूह बिहार में थर्मल पावर प्लांट स्थापित करने में 20,000 करोड़ रुपये निवेश करने की योजना बना रहा है। उन्होंने कहा कि कंपनी पहले ही बिहार में भारी-भरकम निवेश कर चुकी है।
इसके अलावा, देश की प्रमुख पेट्रोलियम कंपनी इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड बिहार के बेगूसराय में 21 हजार करोड़ रुपये का निवेश करने जा रही है। कंपनी के कार्यकारी निदेशक सुमन कुमार ने कहा कि इस निवेश के तहत बरौनी रिफाइनरी की क्षमता बढ़ाई जाएगी।
गौरतलब है कि पिछले साल बिहार बिजनेस कनेक्ट 2023 में 600 से ज्यादा उद्यमियों ने हिस्सा लिया था। इस दौरान 50,530 करोड़ रुपये के 278 निवेश प्रस्तावों पर एमओयू हुए, जिनमें से 244 प्रोजेक्ट्स, जिनकी कीमत 38,000 करोड़ रुपये है, जमीन पर लागू हो चुके हैं। इससे राज्य में औद्योगिक विकास तेज हुआ और रोजगार के कई अवसर बने। पिछले साल की सफलता को देखते हुए, इस साल फिर से बिहार बिजनेस कनेक्ट का आयोजन किया गया है।
इससे पहले कल तेलंगाना की स्केलर इंडस्ट्रीज ने बिहार सरकार के साथ 500 करोड़ रुपये के एमओयू पर हस्ताक्षर किए। उद्योग विभाग द्वारा पटना के ज्ञान भवन में आयोजित बिहार बिजनेस कनेक्ट 2024 के दौरान इस कार्यक्रम का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया।
कल उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार सरकार अपने औद्योगिक भूमि बैंक का विस्तार करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। इस कदम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि बिहार में संचालित होने वाले उद्योगों या राज्य में निवेश करने पर विचार करने वालों को भूमि की कमी के कारण किसी भी तरह की बाधा का सामना न करना पड़े।
सम्राट चौधरी ने सम्मेलन को बिहार के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि राज्य अभूतपूर्व विकास के स्तर को प्राप्त करने और निरंतर विकास की यात्रा शुरू करने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित है।