बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने तेजस्वी यादव की बेरोजगारी यात्रा का समर्थन किया है। उनके समर्थन के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि जीतन राम मांझी क्या एक बार फिर से पलटी मारने के मूड में हैं? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि मांझी फिलहाल बिहार में एनडीए सरकार का हिस्सा हैं मगर उन्होंने तेजस्वी यादव की बेरोजगारी यात्रा का समर्थन किया है। तेजस्वी यादव 14 जनवरी से बेरोजगारी यात्रा निकालने जा रहे हैं।
आजतक की खबर के मुताबिक, मांझी ने तेजस्वी का समर्थन करते हुए कहा, बिहार में सबसे ज्यादा बेरोजगार हैं और अगर इस मुद्दे को उठाने के लिए तेजस्वी यादव यात्रा करते हैं तो इस पर सवाल उठाने का क्या मतलब है? तेजस्वी एक राजनीतिक दल चला रहे हैं और मुद्दों को उठाने का उनका अधिकार है।
खबर के मुताबिक, तेजस्वी यादव का समर्थन करने के साथ ही मांझी ने नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली अपनी ही सरकार पर भी हमला बोला और कहा कि बिहार में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। उन्होंने कहा, ''नीतीश कुमार ने बिहार में युवकों को रोजगार देने के लिए बहुत काम किया है मगर इसके बाद भी प्रदेश में अभी बहुत बेरोजगारी है। तेजस्वी अगर इस मुद्दे को उठा रहे हैं तो इसमें गलत क्या कर रहे हैं?''
बता दें कि 22 दिसंबर से नीतीश कुमार समाज सुधार यात्रा पर निकल रहे हैं जहां पर वह शराबबंदी को मुख्य मुद्दा बनाकर लोगों को शराब नहीं पीने को लेकर जागरूक करेंगे। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी ऐलान किया है कि 14 जनवरी के बाद वह नीतीश कुमार की यात्रा के जवाब में बेरोजगारी के मुद्दे को उठाते हुए प्रदेश में बेरोजगारी यात्रा निकालेंगे।