मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर की करीब 1.45 करोड़ रुपए की अचल संपत्ति को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जब्त कर लिया है। ईडी के मुताबिक ये संपत्ति ब्रजेश ठाकुर की पत्नी आशा के नाम पर है। कब्जे में ली गई संपत्ति दिल्ली के पालम इलाके में स्थित है।
ईडी का आरोप है कि ब्रजेश ठाकुर ने एनजीओ के नाम पर सरकार और अन्य एजेंसियों से गलत तरीके से धन इकठ्ठा किया है। ईडी के मुताबिक मुजफ्फरपुर शेल्टर होम कांड के मुख्य आरोपी ने एनजीओ के लिए मिले 7.57 करोड़ रुपए को अपने और अपने परिवार के सदस्यों के नाम पर इंवेस्ट कर इसका इस्तेमाल किया है। साल 2018 में मुजफ्फरपुर स्थित बालिका शेल्टर होम में रह रही लड़कियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आया था।
बता दें, मुजफ्फरपुर शेल्टर होम मामले में 40 नाबालिग बच्चियों और लड़कियों से रेप और यौन शोषण होने की बात सामने आई थी। इस मामले में आरोप है कि जिस शेल्टर होम में बच्चियों के साथ रेप हुआ था, वो ब्रजेश ठाकुर का है। इस मामले में ब्रजेश ठाकुर के अलावा शेल्टर होम के कर्मचारी और बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग के अधिकारी भी आरोपी बनाए गए थे।