उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के भुनी टोल प्लाज़ा पर रविवार रात को भारतीय सेना के जवान, राजपूत रेजिमेंट के कपिल सिंह के साथ एक विवाद के बाद हिंसक घटना घटी। जवान घर से छुट्टी पूरी कर ड्यूटी पर लौट रहा था, लेकिन टोल पर लंबी लाइन में फंसने पर उसने कर्मचारियों से गाड़ी आगे करने का अनुरोध किया, जिसके बाद विवाद बढ़ गया।
एक वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से दिखता है कि कपिल को एक पोल से बाँधकर टोल कर्मचारियों ने लात-घूंसे, डंडों और ईंट से हमला किया।सीसीटीवी फुटेज और वायरल वीडियो के आधार पर पुलिस ने अब तक छह लोगों को गिरफ्तार किया है। एसपी (ग्रामीण) राकेश कुमार मिश्रा ने बताया कि मामला सरूरपुर पुलिस थाने में दर्ज कर एनकाउंटर टीम बनाई गई है और बाकी आरोपियों की गिरफ्तारी की कवायद जारी है।
जवान के साथ इस तरह की बर्बरता के बाद स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा भड़क उठा। ग्रामीणों ने टोल प्लाज़ा पर हल्ला किया, कर्मचारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया और संपत्ति को तोड़-फोड़ भी की। इसे काबू में करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।
यह घटना संवेदनशील इसलिए भी है क्योंकि इसमें एक सशस्त्र बल का कर्मी अपनी सेवा में लौटते समय इस तरह के हमले का शिकार हुआ। इससे न केवल जनमानस में आक्रोश है, बल्कि देश की सैन्य प्रतिष्ठा पर भी प्रश्न उठे हैं।
यह मामला न केवल कानून व्यवस्था का उल्लंघन है, बल्कि सेना और नागरिकों के बीच भरोसे को भी प्रभावित करता है। अधिकारियों के सामने अब यह चुनौती है कि आरोपी को न्याय के कटघरे तक लाया जाए और भविष्य में ऐसे घिनौने अपराधों को रोके जाने को सुनिश्चित किया जाए।