राष्ट्रीय राजधानी की एक अदालत ने अपने एक आदेश में यह उल्लेख किया है कि मुंबई हमले के मास्टरमाइंड तहव्वुर हुसैन राणा ने इसी तरह के आतंकी हमले के लिए नयी दिल्ली को चिह्नित किया था और यह उस साजिश का हिस्सा था, जिसका दायरा भारत की भौगोलिक सीमाओं से परे तक फैला हुआ था।
न्यायाधीश ने कहा कि यह कवायद हिरासत में पूछताछ की आवश्यकता को इंगित करती है।
न्यायाधीश ने प्रत्यर्पण कार्यवाही में दिए गए आश्वासन से जुड़ी दलील पर भी गौर किया और एनआईए को हर 48 घंटे में राणा की चिकित्सा जांच कराने का निर्देश दिया।
वरिष्ठ अधिवक्ता दयान कृष्णन और विशेष सरकारी वकील नरेंद्र मान ने अदालत में एनआईए का प्रतिनिधित्व किया।
सूत्रों के अनुसार, महत्वपूर्ण साक्ष्यों की कड़ियों को जोड़ने और 17 साल पहले के घटनाक्रमों को समझने के लिए, अधिकारी राणा को प्रमुख स्थानों पर ले जा सकते हैं, जिससे उन्हें अपराध स्थल का नाट्य रूपांतरण कर बड़े आतंकी गिरोह के बारे में गहरी जानकारी प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
पाकिस्तानी मूल का कनाडाई व्यवसायी राणा (64) मुंबई हमलों का मुख्य साजिशकर्ता और अमेरिकी नागरिक डेविड कोलमैन हेडली का करीबी सहयोगी है। राणा को प्रत्यर्पण संधि के तहत अमेरिका से भारत लाया गया है।
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने हमला किया था, जिसमें करीब 166 लोग मारे गए थे।