तेलंगाना के सिंचाई मंत्री एन. उत्तम कुमार रेड्डी ने यहां से लगभग 150 किलोमीटर दूर नागरकुरनूल जिले में दुर्घटना स्थल पर संवाददाताओं को बताया कि राज्य सरकार विशेषज्ञों की मदद ले रही है, जिनमें पिछले साल उत्तराखंड में इसी तरह की घटना में फंसे श्रमिकों को बचाने वाले लोग भी शामिल हैं।
 
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, सरकार सेना और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की भी मदद ले रही है। फंसे हुए लोगों में से दो व्यक्ति इंजीनियर और दो ऑपरेटर हैं। चार अन्य मजदूर हैं। ये सभी उत्तर प्रदेश, झारखंड, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के रहने वाले हैं।

सूत्रों ने बताया कि फंसे हुए लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरंग में ताजा हवा पहुंचाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी को फोन कर घटना की जानकारी ली और बचाव अभियान के लिए केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

इस बीच, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को तेलंगाना के नागरकुरनूल जिले में एक सुरंग का एक हिस्सा ढह जाने के बाद उसमें आठ लोगों के फंसने की घटना को लेकर चिंता व्यक्त की और उनकी सुरक्षा की उम्मीद जताई।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गांधी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि उन्हें बताया गया है कि राज्य सरकार बचाव दलों के साथ, फंसे लोगों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है
 
उन्होंने कहा, “मुझे बताया गया है कि बचाव अभियान जारी है और राज्य सरकार आपदा राहत दलों के साथ फंसे लोगों को बचाने का हर संभव प्रयास कर रही है।” तेलंगाना में कांग्रेस की सरकार है।

श्रीशैलम सुरंग नहर परियोजना के निर्माणाधीन खंड की छत का एक हिस्सा शनिवार को ढह जाने से आठ व्यक्ति अंदर फंस गए हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना की जानकारी लेने के लिए तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी को फोन किया और बचाव अभियान के लिए केंद्र की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम मौके पर पहुंच गई हैं और सेना के जवानों की एक टीम वहां पहुंच रही है।