Advertisement

पूर्व डीजीपी का दावा: बिक्रम मजीठिया का ड्रग तस्करों से गठजोड़ और वित्तीय लाभ का 100% सबूत

पंजाब के पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने शुक्रवार, 27 जून 2025 को दावा किया कि शिरोमणि अकाली दल (SAD)...
पूर्व डीजीपी का दावा: बिक्रम मजीठिया का ड्रग तस्करों से गठजोड़ और वित्तीय लाभ का 100% सबूत

पंजाब के पूर्व डीजीपी सिद्धार्थ चट्टोपाध्याय ने शुक्रवार, 27 जून 2025 को दावा किया कि शिरोमणि अकाली दल (SAD) नेता बिक्रम सिंह मजीठिया का ड्रग तस्करों से गठजोड़ और वित्तीय लाभ का 100% सबूत मौजूद है। उन्होंने चंडीगढ़ में पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के अधिकारियों से मुलाकात के बाद पत्रकारों से कहा कि 2021 में उनकी डीजीपी के रूप में रहते हुए मजीठिया के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया था। चट्टोपाध्याय ने कहा, "हमारे पास मजबूत सबूत थे, जिसमें दस्तावेज, स्रोत और पृष्ठभूमि शामिल है। मैंने विजिलेंस को यह जानकारी दी ताकि वे सही जांच कर सकें।"

उन्होंने बताया कि 2012-2017 की SAD-BJP सरकार के दौरान यह सबूत जुटाए गए थे, लेकिन उस समय मजीठिया के प्रभाव के कारण कार्रवाई नहीं हुई। चट्टोपाध्याय ने कहा, "कई सबूत नष्ट कर दिए गए थे, क्योंकि तब मजीठिया की सरकार थी।" उन्होंने दिसंबर 2017 में हाई कोर्ट द्वारा गठित SIT की रिपोर्ट का भी जिक्र किया, जिसमें मजीठिया के गठजोड़ के विवरण हैं। हालांकि, पूर्व डीजीपी ने स्पष्ट किया कि उन्होंने औपचारिक रूप से बयान नहीं दर्ज कराया, बल्कि जांच अधिकारियों को संदर्भ और जानकारी दी।

मजीठिया, जिन्हें हाल ही में ड्रग मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया गया, के खिलाफ विजिलेंस ब्यूरो ने 540 करोड़ रुपये के अनुपातहीन संपत्ति मामले की जांच शुरू की है। चट्टोपाध्याय का यह बयान इस मामले में नई बहस छेड़ सकता है।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad