एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी की गाड़ी पर गुरुवार को हमला हुआ और तीन-चार राउंड फायरिंग हुई। गोली ओवैसी की गाड़ी के दरवाजे पर लगी। ओवैसी के काफिले पर हापुड़ के छिजारसी टोल गेट के पास उस समय हमला किया गया, जब वह मेरठ से चुनावी कार्यक्रम को खत्म करके दिल्ली की ओर आ रहे थे। ओवैसी पर किन लोगों ने फायरिंग की और किस वजह से फायरिंग की, इसका खुलासा भी हो गया है। हमला करने के मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को हिरासत में लिया है। पूछताछ में पता चला है कि ओवैसी के बयानों से आहत होकर आरोपियों ने फायरिंग की थी।
पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि असदुद्दीन ओवैसी के हमलावरों में एक गिरफ्तार, दूसरा हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ जारी है। पूछताछ में उन्होंने बताया कि उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी के हिंदू विरोधी बयानों से आहत होकर ये हमला किया है। एक आरोपी का नाम जहां सचिन है, वहीं दूसरे का नाम शुभम गुर्जर है। पुलिस ने हमले में इस्तेमाल हथियार भी बरामद कर लिया है।
ओवैसी ने शाम 6 बजे ट्वीट कर हमले की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, ''कुछ देर पहले छिजारसी टोल गेट पर मेरी गाड़ी पर गोलियाँ चलाई गयी। 4 राउंड फ़ायर हुए। 3-4 लोग थे, सब के सब भाग गए और हथियार वहीं छोड़ गए। मेरी गाड़ी पंक्चर हो गयी, लेकिन मैं दूसरी गाड़ी में बैठ कर वहाँ से निकल गया। हम सब महफ़ूज़ हैं। अलहमदु’लिलाह।''
हमले को लेकर ओवैसी ने यूपी सरकार, मोदी सरकार के लेकर चुनाव आयोग से गुहार लगाई है कि मामले की स्वंतत्र जांच की जाए। उन्होंने कहा कि यह कैसे हो सकता है कि एक सांसद पर 4 राउंड फायरिंग की जाती है। ओवैसी के काफिले पर हुए हमले की समाजवादी पार्टी ने निंदा की है। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि लोकतंत्र में किसी भी तरह की हिंसा की कोई जगह नहीं होनी चाहिए।