देश और दुनिया में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 24 घंटे में देश में कोरोना के 4213 नए मामले सामने आए हैं और 97 की मौत हो गई हैं। वहीं, रिकवरी रेट भी बढ़कर 31.15 फीसदी हो गया है। मंत्रालय ने कहा है कि कोरोनी मरीजों की डिस्चार्ज नीति में बदलाव किया गया है क्योंकि दुनिया के कई देशों ने कोरोना मरीजों के डिस्चार्ज को लेकर टेस्ट पर आधारित रणनीति में लक्षण आधारित या फिर टाइम बेस्ड स्ट्रेटजी में बदलाव किया है।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मंत्रालय मे संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि देश में अब तक 67152 केस सामने आए हैं जबकि 44,029 ऐक्टिव केस हैं। अब तक 2206 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 20,917 मरीज अब तक ठीक हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना के लक्षण छिपाने नहीं चाहिए। लोगों को खुद चलकर सामने आना चाहिए।
डिस्चार्ज नीति में किया बदलाव
उन्होंने बताया कि कोरोना सेंटर में भर्ती मरीजों के डिस्चार्ज की नीति में बदलाव कर दिया गया है। हल्के या बहुत हल्के या पूर्व-लक्षण वाले मामलों में लक्षण शुरू होने के 10 दिनों के बाद और 3 दिनों तक बुखार न होने पर छुट्टी दी जा सकती है। डिस्चार्ज से पहले परीक्षण करने की जरूरत नहीं होगी और डिस्चार्ज के बाद घर में आइसोलेशन में रहना होगा।
डेटा प्राइवेसी पर किया है काम
गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने बताया कि 468 विशेष ट्रेनों के जरिए 5 लाख प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्य पहुंचाया गया है, कल 101 स्पेशल चलाई गई हैं। वंदे भारत मिशन के तहत 4 हजार भारतीयों को स्वदेश लाया गया है।
एम्पावर्ड ग्रुप के चेयरमेन अजय साहनी ने कहा कि आरोग्य सेतु ऐप 9.8 करोड़ मोबाइल्स में डाउनलोड किया जा चुका है। कल से जियो फीचर फोन के लिए भी यह उपलब्घ होगा। हमने डेटा प्राइवेसी पर काम किया है और यह सुनिश्चित किया है कि यूजर डेटा खतरे में ना पड़े।