देश की इंडियन आर्मी आज अपना 70वां आर्मी डे मना रही है। इस मौके पर न सिर्फ आर्मी बल्कि पूरा देश सेना के जज्बे को सलाम कर रहा है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सेना को बधाई दी है।
तीनों सेना प्रमुखों ने अमर जवान ज्योति पर दी श्रद्धांजलि
इस खास मौके पर थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, नेवी चीफ सुनील लांबा और एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने अमर जवान ज्योति पर शहीदों को याद किया। सेना दिवस के दिन सेना के तीनों अंग राजधानी दिल्ली में अपने शक्ति और क्षमता का प्रदर्शन करते हैं।
आज देशभर में सैन्य मुख्यालयों में 70वां सेना दिवस मनाया जा रहा है। मुख्य समारोह दिल्ली कैंट स्थित करिअप्पा ग्राउंड में मनाया जा रहा है जहां सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने भव्य परेड की सलामी ली और बहादुर सैनिकों को मरणोपरांत सेना पदक से सम्मानित किया। इस दौरान सेना प्रमुख ने अन्य सैनिकों को भी मडल देकर सम्मानित किया।
Army Chief General Bipin Rawat awards Sena medals at Cariappa Parade Ground on #ArmyDay pic.twitter.com/NTsl3UHxqV
— ANI (@ANI) January 15, 2018
Delhi: Army Chief General Bipin Rawat awards Sena medals posthumously. #ArmyDay pic.twitter.com/Sczl4Vhg3j
— ANI (@ANI) January 15, 2018
Delhi: Army Chief General Bipin Rawat, Chief of the Naval Staff Sunil Lanba and Air Chief Marshal BS Dhanoa pay tribute at Amar Jawan Jyoti on #ArmyDay pic.twitter.com/sZyRQp9mvV
— ANI (@ANI) January 15, 2018
राष्ट्रपति कोविंद ने सोमवार सुबह ट्वीट कर सेना को याद किया। उन्होंने लिखा, 'सेना दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के सभी फौजी भाई-बहनों, युद्धवीरों और वर्दीधारी सैनिकों के परिवारजनों को बधाई। आप हमारे राष्ट्र के गौरव हैं और हमारी आजादी के रखवाले। हर भारतीय चैन की नींद सो सकता है, क्योंकि उसे भरोसा है कि आप चौकन्ने और सतर्क रहते हैं।'
पीएम नरेंद्र मोदी ने भी सेना दिवस पर जवानों को याद किया। पीएम ने कहा, 'सेना दिवस के मौके पर मैं जवानों और उनके परिवारों को बधाई देता हूं। भारत का हर नागरिक सेना पर यकीन रखता है, जो राष्ट्र की सुरक्षा में सदैव तत्पर रहती है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सेना दिवस पर जवानों को याद करते हुए जवानों के त्याग और साहस को सलाम किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, हमारे बहादुर जवानों की वीरता, साहस और त्याग को सलाम। आपकी दृढ़ता हमारी स्वतंत्रता का बचाव करती है, आपका समर्पण हमारी स्वतंत्रता है। राहुल ने कहा कि आपके बलिदानों की वजह से ही एक अरब लोगों की आशा और सपने साकार हो सकते हैं।
We salute the valour, courage and sacrifice of our brave jawans on #ArmyDay. Your perseverance defends our freedom; your dedication shields our liberty. It's because of your sacrifices a billion hopes and dreams can take shape. pic.twitter.com/L9o0RFihsh
— Office of RG (@OfficeOfRG) January 15, 2018
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्री और पूर्व आर्मी चीफ वीके सिंह ने भी इस मौके पर सेना को याद किया। उन्होंने ट्वीट किया, 'ये तिरंगा हवा के झोंकों से नहीं फहरता, बल्कि उन सैनिकों की आखिरी सांसों से फहरता है जिन्होंने देश पर प्राण न्यौछावर कर दिए। सेना दिवस पर उन जांबांजों को मेरा सलाम जो भारत की ढाल भी हैं और तलवार भी।'
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज सेना दिवस के मौके पर देश के सैनिकों को मातृभूमि के प्रति अपने दायित्व का निर्वहन करने के लिए नमन किया। ममता ने अपने ट्विटर हैंडल पर आज सुबह लिखा, “सेना दिवस के मौके पर सभी सैन्य कर्मियों को देश के प्रति उनके कर्तव्य का निर्वहन करने के लिए मेरा सलाम।”
हमारे सैनिकों ने सीमाओं पर विरोधियों को दिया है करारा जवाब- रावत
सेना दिवस की पूर्व संध्या पर सेना अध्यक्ष बिपिन रावत ने कहा कि आज बीते वर्ष का आत्मविश्लेषण एवं चिन्तन करते हुए, हमें सुरक्षा की स्थिति को ध्यान में रखकर आने वाली चुनौतियों से निपटने की योजना बनानी है। 2017 में भारतीय सेना को सीमाओं पर और देश के अन्दर कई ऑपरेशन में सफलता प्राप्त हुई है। हमारे सैनिकों ने सीमाओं पर विरोधियों को करारा जवाब दिया है। आतंकवाद रोधी ऑपरेशन के दौरान मानवाधिकार के मूल्यों को कायम रखते हुए हमारा रवैया बेहद पेशेवर रहा है।
क्यों मनाया जाता है सेना दिवस
इस दिन भारतीय सेना उस दिन को याद करती है जब भारतीय सेना पूरी तरह से आजाद हो गई और सेना की कमान पहली बार एक भारतीय को सौंप दी गई थी। आज से 70 साल पहले यह कमान कोडंडेरा मडप्पा करिअप्पा (केएम करिअप्पा) को दी गई थी। उन्होंने कई साल भारत का नेतृत्व किया।
भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ फील्ड मार्शल कोडंडेरा मडप्पा करिअप्पा (K.M Cariappa) थे। उन्होंने साल 1947 में हुए भारत-पाक युद्ध में पश्चिमी सीमा पर भारतीय सेना का नेतृत्व भी किया।