देश में कोरोना वैक्सीन का इंतजार नए साल में अब खत्म हो सकता है। माना जा रहा है कि जल्द ही कोरोना वायरस वैक्सीन को सरकार की मंजूरी मिल सकती है। ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने इस बात के संकेत दिए हैं।
ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने संकेत दिए हैं कि स्वदेशी कोविड वैक्सीन के लिए मंजूरी जल्द ही आ सकती है। एक वेबिनार में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल डॉ. वीजी सोमानी ने कहा, 'नया साल हमारे हाथ में कुछ लेकर आएगा।' ड्रग्स कंट्रोलर जनरल का यह बयान उस समय में आया है जब कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल के लिए कल विशेषज्ञ पैनल की एक महत्वपूर्ण बैठक होनी है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी कह चुके हैं कि कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण कार्यक्रम की तैयारी अंतिम चरण में है। लोगों को देस में निर्मित वैक्सीन जल्दी मिल जाएगी।
पीएम मोदी ने गुजरात के राजकोट में एम्स का शिलान्यास करते हुए कहा कि नया साल दस्तक दे रहा है और यह इलाज की आशा लेकर आ रहा है। वैक्सीन को लेकर भारत में हर जरूरी तैयारी चल रही है। भारत में बनी वैक्सीन हर जरूरी वर्ग तक पहुंचे, इसके लिए कोशिशें अंतिम दौर में हैं। दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाने के लिए भारत की तैयारियां जोरों पर हैं। जिस तरह संक्रमण को रोकने के लिए प्रयास किए, इसी तरह टीकाकरण को लेकर भारत एकजुटता से आगे बढ़ेगा।
असल मे कई देश कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दे चुके हैं। अब भारत में भी क्सीन को मंजूरी दिए जाने का इंतजार किया जा रहा है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ने हाल ही में सरकार से ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन इस्तेमाल के लिए आवेदन किया था जो कोरोना वैक्सीन 'कोविशिल्ड' बना रहा है। वहीं, ब्रिटेन दुनिया का ऐसा पहला देश है, जहां ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी जा चुकी है। भारत बायोटेक ने भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के साथ साझेदारी से 'कोवाक्सिन' का निर्माण किया है। दोनों फर्मों ने पैनल के समक्ष प्रेजेंटेशन दिया है।