आम आदमी पार्टी ने रविवार को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ के पीड़ितों के लिए उचित मुआवजे की मांग की और सरकार पर इस घटना को छिपाने का आरोप लगाया जिसमें 18 लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हो गए।
आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन में प्रत्यक्षदर्शियों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि भगदड़ के पीछे ट्रेनों के प्लेटफॉर्म बदलने की घोषणा थी।
सिंह ने कहा, "ऐसा कहा जा रहा है कि ट्रेन के प्लेटफॉर्म को 12 से 14 करने की घोषणा की गई थी। यही भगदड़ का कारण भी था। क्या रेलवे को इस बात की जानकारी नहीं थी कि इस तरह की घोषणा से भगदड़ हो सकती है?"
आप के वरिष्ठ नेता ने भाजपा सरकार पर घटना को छिपाने का आरोप लगाते हुए उसकी आलोचना की। उन्होंने कहा कि कुछ लोग दावा कर रहे हैं कि मृतकों की संख्या आधिकारिक तौर पर घोषित की गई संख्या से अधिक है।
सिंह ने विभिन्न रेल दुर्घटनाओं का हवाला देते हुए कहा, "वे इस बात से इनकार कर रहे हैं कि ऐसी कोई घटना हुई ही नहीं। सरकार की टालमटोल और असंवेदनशीलता की प्रवृत्ति कब तक जारी रहेगी? सरकार और रेल मंत्री की जिम्मेदारी कब तय होगी।" उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि घटना के समय पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 14 पर और नई दिल्ली-जम्मू उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस प्लेटफार्म नंबर 15 पर खड़ी थी। उन्होंने भगदड़ का कारण बताते हुए कहा, "कुछ लोग फुटओवर ब्रिज से उतरकर प्लेटफार्म नंबर 14 और 15 की ओर सीढ़ियों से आ रहे थे, जिससे वे फिसलकर दूसरों पर गिर गए।" मृतकों के परिवारों के प्रति आम आदमी पार्टी की संवेदना व्यक्त करते हुए सिंह ने प्रभावित लोगों को पर्याप्त मुआवजा देने और घटना में रेल मंत्री की जिम्मेदारी तय करने की मांग की।