दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को उसका नया मेयर मिल गया है। आम आदमी पार्टी (आप) की प्रत्याशी शैली ओबरॉय ने मेयर पद का चुनाव जीता है। शैली ओबरॉय को 150 वोट मिले हैं। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की रेखा गुप्ता को मात दी है।
दिल्ली के मेयर बनने के लिए आप की शैली ओबेरॉय ने भाजपा की रेखा गुप्ता को 34 मतों के अंतर से हराया, एमसीडी अधिकारियों ने बुधवार को घोषणा की। ओबेरॉय को 150 मत मिले जबकि गुप्ता को कुल 266 मतों में से 116 मत मिले। बता दें कि यह मतदान सिविक सेंटर में हुआ।
इस जीत के बाद दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने ट्वीट किया। उन्होंने लिखा- गुंडे हार गये, जनता जीत गई। दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी का मेयर बनने पर सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई और दिल्ली की जनता का तहे दिल से एक बार फिर से आभार। आप की पहली मेयर शैली ओबरॉय को भी बहुत बहुत बधाई।
गुंडे हार गये, जनता जीत गयी.
दिल्ली नगर निगम में आम आदमी पार्टी का मेयर बनने पर सभी कार्यकर्ताओं को बहुत बधाई और दिल्ली की जनता का तहे दिल से एक बार फिर से आभार.
AAP की पहली मेयर @OberoiShelly को भी बहुत बहुत बधाई.
— Manish Sisodia (@msisodia) February 22, 2023
वहीं, सौरभ भारद्वाज ने लिखा- 'गुंडे हार गये। जनता जीत गयी।'
गुंडे हार गये।
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) February 22, 2023
जनता जीत गयी ।
दिल्ली को चौथे प्रयास में अपना मेयर मिला क्योंकि मनोनीत सदस्यों को मतदान का अधिकार दिए जाने को लेकर हो रहे हंगामे के बीच पहले के चुनाव ठप हो गए थे। पिछले हफ्ते, दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने शीर्ष अदालत के आदेश के बाद महापौर चुनाव कराने के लिए नगरपालिका सदन बुलाने के लिए अपनी मंजूरी दे दी थी।
शीर्ष अदालत ने 17 फरवरी को मेयर, डिप्टी मेयर और स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव की तारीख तय करने के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की पहली बैठक बुलाने के लिए 24 घंटे के भीतर नोटिस जारी करने का आदेश दिया था।
बता दें कि बीते साल 4 दिसबंर 2022 को दिल्ली एमसीडी की 250 सीटों पर मतदान हुए और सात दिसंबर को नतीजे आए जिसमें आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला। 250 सीटों में से 134 पर आम आदमी पार्टी ने जीत दर्ज की थी। वहीं, भारतीय जनता पार्टी 104 सीटों पर सिमट गई। मेयर चुनाव के लिए इससे पहले 6 जनवरी, 24 जनवरी और 6 फरवरी को बैठकें हुई थीं। फिर आम आदमी पार्टी की नेता और विधायक आतिशी ने कहा था कि पार्टी इस मामले को सुप्रीम कोर्ट लेकर जाएगी। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने एमसीडी की बैठक कराने के निर्देश दिए।