राजधानी दिल्ली के मोहन गार्डन इलाके में स्कूली छात्रा पर तेजाब से हमला किए जाने के मामले में नई जानकारी सामने आई है। अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि ई-कॉमर्स कंपनी फ्लिपकार्ट ने दिल्ली पुलिस को सूचित किया है कि जिस तेजाब का इस्तेमाल यहां 17 वर्षीय एक लड़की पर हमला करने के लिए दो व्यक्तियों द्वारा किया गया था, उसे आगरा की एक फर्म द्वारा बेचा गया था। पुलिस ने कहा कि तेजाब 600 रुपये में खरीदा गया था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि कंपनी ने पिछले सप्ताह जारी नोटिस का जवाब दिया। जवाब में, फ्लिपकार्ट ने कहा कि एसिड आगरा स्थित एक फर्म द्वारा बेचा गया था। अधिकारी ने कहा, एक पुलिस टीम उत्तर प्रदेश शहर में जाएगी और मामले की आगे की जांच करेगी।
दरअसल, यह खुलासा इस मामले में ई-कॉमर्स वेबसाइट फ्लिपकार्ट ने दिल्ली पुलिस की तरफ से पूछे गए सवाल के जवाब में किया है। दिल्ली पुलिस अब इस कंपनी के लोगों से पूछताछ करेगी।
दरअसल, दिल्ली पुलिस ने फ्लिपकार्ट को एक और पत्र लिखा था, जिसमें पूछा था कि ऑनलाइन तेजाब बेचने के क्या नियम हैं? हालांकि, इस पत्र का जवाब अभी नहीं आया है। दरअसल आरोपी सचिन ने तेजाब को ई-कॉमर्स वेबसाइट के जरिये खरीदा था। इस बात की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस के अलावा दिल्ली महिला आयोग ने भी फ्लिपकार्ट और एक अन्य ई-कॉमर्स वेबसाइट को नोटिस जारी किया था, जिसमें तेजाब की आसानी से उपलब्धता को लेकर सवाल किया गया है।
बता दें कि बाइक सवार दो नकाबपोश लोगों ने 14 दिसंबर को एक लड़की पर उस समय तेजाब फेंका, जब वह अपने घर से स्कूल के लिए निकली थी, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों जिसमें मुख्य आरोपी सचिन अरोड़ा और उसके दो दोस्तों हर्षित अग्रवाल (19) और वीरेंद्र सिंह (22) को गिरफ्तार किया है।
विशेष पुलिस आयुक्त, कानून और व्यवस्था, सागर प्रीत हुड्डा ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि हमले में इस्तेमाल एसिड एक ई-कॉमर्स पोर्टल के माध्यम से खरीदा गया था और अरोड़ा द्वारा ई-वॉलेट के माध्यम से भुगतान किया गया था। पुलिस ने एक बयान में कहा था कि तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पता चला है कि तेजाब फ्लिपकार्ट से खरीदा गया था।