दरअसल, राजस्थान हाईकोर्ट के जज महेशचंद्र शर्मा ने बुधवार को सुझाव दिया था कि गाय को भारत के राष्ट्रीय पशु का दर्जा दे दिया जाना चाहिए। अपने सुझाव के पक्ष में तर्क देते हुए उन्होंने गाय की तुलना 'मोर' से की, और दोनों प्राणियों की प्रजाति को 'पवित्र' बताया। मोर की पवित्रता का विस्तार से वर्णन करते हुए जज साहब ने कहा था कि मोर ताउम्र (आजीवन) ब्रह्मचारी रहता है। जज ने कहा कि मोर के आंसुओं को पीने से मोरनी गर्भवती होती है।
इस बयान में जज ने अपने द्वारा दी गई जानकारी में भगवान को भी शामिल किया और कहा था कि चूंकि मोर ब्रह्मचारी होता है, इसीलिए भगवान कृष्ण उसके पंख को अपने शीश पर स्थान देते थे। जज के इस तरह के बयान के बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर जज महेश शर्मा पर निशाना साधा। खासकर अपने फैसले के पीछे उन्होंने मोर का जो उदाहरण दिया है उसे लेकर सबसे ज्यादा मजाक बनाया जा रहा है।
ट्विटर यूज़रों ने जज के विचारों को लेकर हंगामा पैदा कर दिया, और माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट की बहुत-सी पोस्टों पर #brahmacharipeacock तथा #sanskaaripeacock हैशटैग नज़र आने लगे।
"Peahen doesn't need to have sex to get pregnant, it just swallows 'tears' of the peacock"
And here is proof... pic.twitter.com/uvUDFEJrXW
— Brahmachari Peacock (@brumbyOz) 31 May 2017
एक यूजर ने लिखा-
#Rajasthan HC judge says " #Peacocks don’t have sex" and with that BIOLOGY DIED A TRAGIC DEATH. Rest in peace Biology pic.twitter.com/qQDQGpaGTM
— Kirti Sinha (@Kirti_Sinha23) 31 May 2017
एक अन्य यूजर ने ट्वीट कर कहा..
गधे, कुत्ते, गाय,भैंस के बाद राष्ट्रीय विमर्श में मोर की ही कमी रह गई थी।अब देश इस प्रश्न से जूझ रहा है कि मोर-मोरनी का मिलन होता है या नहीं
— Akhilesh Sharma (@akhileshsharma1) 31 May 2017
वहीं, ध्रुव जोशी नाम के एक यूजर एक चित्र पोस्ट करते हुए लिखा-
Conversation between a peacock and a peahen according to Rajasthan HC #RajasthanHighCourt #peacocktears pic.twitter.com/WVh3SNHDXq
— Dhruv joshi(1712) (@wickedhruv) 31 May 2017
आमिर पठान नाम के एक यूजर ने जज पर निशाना साधते हुए लिखा..
जज साहब! कभी भूलकर भी जंगल में मत जाइयेगा, वरना
— Amir Pathan (@Iamirpathan) 31 May 2017
सब मोर आपको पटक के आंसू पिला देंगे!
एक यूजर ने तो यहां तक लिख दिया कि मोर की तरह आंसूओं से बच्चे पैदा करो..
भाईयों अब घबराने का आवश्यकता नही हे जिन्हें भी ब्राह्मचार्य का पालन करना हे। शादी करके भी हो सकता हे। मोर कि तरह आंसुओं से बच्चे पैदा करो
— Amit amle (@Amitamle1) 31 May 2017