दिल्ली पुलिस ने नफरत भरे बयानों से माहौल बिगाड़ने वालों पर जो कार्रवाई शुरू की है उसकी जद में अब एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी भी आ गए हैं। दिल्ली पुलिस की आईएफएसओ इकाई ने बुधवार को एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को नामजद करते हुए कथित तौर पर भड़काऊ टिप्पणी करने के आरोप में एफआईआर दर्ज की है। एफआईआर में स्वामी यति नरसिंहानंद का नाम भी दर्ज किया गया है। ये दोनों नाम उस एफआईआर में शामिल है, जिनमें पहले ही नुपूर शर्मा और नवीन जिंदल समेत आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
AIMIM chief Asaduddin Owaisi named in FIR registered by the IFSO unit of Delhi Police over alleged inflammatory remarks yesterday. Swami Yati Narasimhananda's name also mentioned in the FIR. pic.twitter.com/8NpEKdQvI8
— ANI (@ANI) June 9, 2022
असदुद्दीन ओवैसी ने दर्ज़ एफआईआर पर ट्वीट कर कहा, "मुझे एफआईआर का एक अंश मिला है। यह पहली प्राथमिकी है जो मैंने देखी है, जो यह स्पष्ट नहीं कर रही है कि अपराध क्या है ... हम इससे भयभीत नहीं होंगे। अभद्र भाषा की आलोचना करने और अभद्र भाषा देने की तुलना नहीं की जा सकती।"
ओवैसी और स्वामी नरसिंहानंद के अलावा दिल्ली पुलिस ने नुपुर शर्मा, नवीन कुमार जिंदल, शादाब चौहान, सबा नकवी, मौलाना मुफ्ती नदीम, अब्दुर रहमान, गुलजार अंसारी, अनिल कुमार मीणा, पूजा शकुन पांडेय के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया। दिल्ली पुलिस का आरोप है कि सभी आरोपी कथित रूप से नफरत के संदेश फैला रहे थे, विभिन्न समूहों को उकसा रहे थे और ऐसी स्थिति पैदा कर रहे थे, जो शांति बनाए रखने के लिए हानिकारक है।
बता दें कि बीते दिनों पैगंबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी करने के कारण भारतीय जनता पार्टी ने पार्टी प्रवक्ता नुपुर शर्मा को निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही दिल्ली मीडिया सेल के प्रमुख नवीन जिंदल को भी निष्कासित कर दिया था।