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एयर इंडिया में नौकरी से इनकार के बाद ट्रांसजेंडर ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु

सुप्रीम कोर्ट से थर्ड जेंडर को पहचान देने के निर्देश के बावजूद उनके साथ भेदभाव की खबरें आती हैं। ऐसे ही...
एयर इंडिया में नौकरी से इनकार के बाद ट्रांसजेंडर ने राष्ट्रपति से मांगी इच्छा मृत्यु

सुप्रीम कोर्ट से थर्ड जेंडर को पहचान देने के निर्देश के बावजूद उनके साथ भेदभाव की खबरें आती हैं। ऐसे ही एक मामले में, एयर इंडिया में नौकरी न मिलने पर ट्रांसजेंडर ने इच्छा मृत्यु की मांग की है।

शानवी का आरोप है कि विमानन कंपनी एयर इंडिया में उसे ट्रांसजेंडर होने की वजह से नौकरी नहीं मिली। नौकरी देने से मना करने के बाद उसने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु दिए जाने की दरख्वास्त की है। शानवी पोन्नुस्वामी ने एयर इंडिया में केबिन क्रू के सदस्य के तौर पर नौकरी के लिए आवेदन किया था।

शानवी ने एएनआई से बातचीत में बताया कि मैंने किसी और एयरलाइन में अप्लाई नहीं किया। जब सरकारी एयरलाइन में आपके लिए (ट्रांसजेंडर) के लिए कोई कैटेगरी नहीं है, तब आप प्राइवेट एयरलाइंस से क्या उम्मीद कर सकते हैं? अब मैं जियूं या मरूं ये राष्ट्रपति के हाथ में है।

शानवी ने कहा, उन्होंने कहा कि हमारे पास ट्रांसजेडर के लिए कोई कैटेगरी नहीं है। लेकिन क्या मुझे टैक्स पर डिस्कांउट मिलता है। मुझे टैक्स चुकाना पड़ता है। मेरे पास अनुभव और योग्यता है। क्या ये सिर्फ मेरे जेंडर का मामला है?

कंपनी के नौकरी देने से मना करने के बाद शानवी ने पिछले साल सुप्रीम कोर्ट में कंपनी को चुनौती दी थी। शीर्ष अदालत ने इस संबंध में एयर इंडिया और नागर विमानन मंत्रालय से चार हफ्ते के भीतर जवाब दाखिल करने के लिए कहा कहा था। राष्ट्रपति को लिखे पत्र में शानवी ने दावा किया है कि न तो एयर इंडिया और न ही नागर विमानन मंत्रालय ने सुप्रीम कोर्ट का जवाब दिया है। उसने कहा है कि बिना नौकरी के वह अपना गुजारा करने में सक्षम नहीं है और इसलिए उसे इच्छा मृत्यु की अनुमति दी जाए।

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