भारत ने रविवार को स्विट्जरलैंड के राजदूत को तलब किया और जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र भवन के सामने ‘‘निराधार और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी’’ पोस्टर लगाने के मुद्दे पर विरोध दर्ज कराया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
स्विस राजदूत राल्फ हेकनर ने विदेश मंत्रालय को अवगत कराया कि वह भारत की चिंताओं को पूरी गंभीरता के साथ बर्न तक पहुँचाएंगे, जिसके वे हकदार हैं।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) के एक सत्र के साथ जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र भवन के बाहर एक वर्ग में अल्पसंख्यकों और महिलाओं के उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए कई पोस्टर लगाए गए थे।
हेकनर ने एक प्त बयान में कहा, "दूतावास ने पूरी गंभीरता के साथ बर्न को भारत की चिंताओं से अवगत कराया है।" संयुक्त राष्ट्र भवन के सामने पोस्टरों का एक कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहा था।
एक सूत्र ने कहा, "सचिव (पश्चिम), विदेश मंत्रालय ने आज स्विस राजदूत को बुलाया और जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र भवन के सामने निराधार और दुर्भावनापूर्ण भारत विरोधी पोस्टरों का मुद्दा उठाया।" इसमें कहा गया, स्विस राजदूत ने कहा कि वह भारत की चिंताओं को पूरी गंभीरता के साथ बर्न तक पहुंचाएंगे।
दूत ने कहा कि जिनेवा में पोस्टर सभी को प्रदान की गई जगह का हिस्सा हैं, लेकिन किसी भी तरह से दावों का समर्थन नहीं करते हैं और न ही स्विस सरकार की स्थिति को दर्शाते हैं। बताया जाता है कि यूएनएचआरसी के सत्रों के दौरान भी इसी तरह के पोस्टर पहले भी लगाए गए थे।