सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 निरस्त करने को ऐतिहासिक कदम बताया है। पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि इस कदम से पश्चिम में हमारे पड़ोसी देश की छद्म युद्ध की योजनाएं ध्वस्त हो गई हैं। जनरल नरवणे 72वें सेना दिवस के अवसर पर दिल्ली के करियप्पा परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सशस्त्र बलों में आतंकवाद को लेकर “जीरो टॉलरेंस” है। हमारे पास आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों से मुकाबला करने के कई विकल्प हैं और हम उनका उपयोग करने में संकोच नहीं करेंगे।
370 पर समर्थन
मुकुंद नरवणे ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 निरस्त करने से यह केंद्र शासित प्रदेश मुख्यधारा से जुड़ जाएगा। यह एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। हमारी सेना भविष्य की हर चुनौती से निपटने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि सेना प्रमुख होने के नाते उन्हें सभी सैनिकों पर नाज है। हथियारों की त्वरित खरीद पर खुशी जताते हुए उन्होंने कहा कि इससे हमारी ताकत बढ़ी है।
फील्ड मार्शल की याद में सेना दिवस
सेना दिवस हर साल 15 जनवरी को फील्ड मार्शल केएम करियप्पा के सम्मान में मनाया जाता है। करियप्पा भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ थे। 1986 में फील्ड मार्शल का खिताब पाने वाले वे दूसरे व्यक्ति थे। इससे पहले एसएफजे मानेकशॉ को 1973 में यह खिताब मिला था।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने दी शुभकामनाएं
सुबह चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, जनरल नरवणे, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के. भदौरिया और नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर जनरल नरवणे ने दिल्ली छावनी क्षेत्र के परेड ग्राउंड में जवानों को पदक भी प्रदान किए। सेना दिवस पर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी सेना को अपनी शुभकामनाएं दी हैं।