पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता नेता पी चिदंबरम ने कहा है कि केंद्र सरकार अपने पास मौजूद पैसे से कहीं ज्यादा खर्च कर रही है। ऐसे में वह अगली सरकार के लिए भारी बकाया छोड़कर जाएगी।
कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा को अपनी हार का आभास हो चुका है और इन हालात में वह इस तरह की नीति अपना रही है। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा, 'जैसा कि मैंने कहा था कि बहुत सारे कदम आनन-फानन में उठाए जा रहे हैं लेकिन पैसा कहां है?' उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपने पास मौजूद पैसे से ज्यादा खर्च करेगी और अगली सरकार के लिए भारी भरकम बकाया छोड़कर जाएगी।
मनरेगा के धन को कर दिया है खर्च
इससे पहले पूर्व वित्त मंत्री ने भाजपा की नेतृत्व वाली सरकार पर मनरेगा की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा था कि इस रोजगार कार्यक्रम ने भुखमरी से निपटने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायी थी, लेकिन अब उसकी भी स्थिति खराब है। पूर्व मंत्री का दावा था कि राज्यों ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) के लिए आवंटित धन को खर्च कर दिया है और चालू वित्त वर्ष के बाकी तीन महीनों के लिए काफी कम राशि ही बची हुई है।
नोटबंदी ने किया अर्थव्यवस्था को तोड़ने का काम
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और पू्र्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम ने कहा था कि नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था तबाह हुई और विकास दर में गिरावट आई। इन दोनों आर्थिक विशेषज्ञों ने कई बार दावा किया कि नोटबंदी ने देश की अर्थव्यवस्था को तोड़ने का काम किया।
चिदंबरम का कहना था कि आरबीआई के कैश रिजर्व को अतिरिक्त बताकर इसे लेना ठीक नहीं है।आरबीआई के सरप्लस से सरकार का कोई सरोकार नहीं होता है। सरकार रिजर्व बैंक से केवल हर साल होने वाले मुनाफे की मांग कर सकती है।