संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने कहा कि हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनावों में भाजपा की हार यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सहित किसानों की अन्य मांगें पूरी हों।
एसकेएम ने एक बयान में कहा कि हरियाणा और जम्मू कश्मीर के किसान विधानसभा चुनावों में भाजपा को ‘‘बेनकाब करने, उसका विरोध करने और उसे दंडित’’ करने के लिए बड़े पैमाने पर लोगों को लामबंद करेंगे।
किसान आंदोलन की अगुवाई करने वाले एसकेएम ने कहा कि भाजपा को हालिया लोकसभा चुनाव में ‘‘भारी झटका’’ लगा है, और उसके नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को 159 ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्रों में हार का सामना करना पड़ा है।
उसने कहा कि इन विधानसभा चुनावों में भाजपा का हारना किसानों के नजरिये से अहम होगा, जिससे उन्हें कृषि को कॉरपोरेट के हाथों सौंपने के खिलाफ तथा अपनी आजीविका की रक्षा के लिए पूरे भारत में चल रहे आंदोलन में अपनी जीत सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
उसने कहा कि एसकेएम और केंद्रीय मजदूर संघों के संयुक्त मंच की हरियाणा राज्य समन्वय समितियां सात सितंबर को हिसार में ‘किसान और श्रमिक पंचायत’ आयोजित करेंगी।