साल 2009 में 75 बेसिक ट्रेनर विमानों की खरीद में अनियमितता और भ्रष्टाचार के मामले में सीबीआई ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने वायुसेना, रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों और हथियार कारोबारी संजय भंडारी पर केस दर्ज किया है। इसके साथ ही सीबीआई ने भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी के ठिकानों पर छापेमारी भी की है।
हथियार कारोबारी संजय भंडारी के ठिकानों पर सीबीआई की रेड
सीबीआई ने शनिवार को भगोड़े हथियार व्यापारी संजय भंडारी के दिल्ली स्थित आधिकारिक ठिकानों पर छापा मारा है। बताया जा रहा है कि सीबीआई ने इस मामले में कुछ अहम दस्तावेज भी जब्त किए हैं। फिलहाल सीबीआई की रेड जारी है। सीबीआई इससे पहले भी संजय भंडारी की संपत्तियों पर छापा मार चुकी है।
अज्ञात अधिकारियों पर केस दर्ज
छापेमारी से पहले 339 करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर सीबीआई ने भारतीय वायु सेना और रक्षा मंत्रालय के अज्ञात अधिकारियों पर केस दर्ज किया है। यहीं नहीं सीबीआई ने हथियारों के डीलर संजय भंडारी और स्विट्जरलैंड की पिलाटस एयरक्राफ्ट लिमिटेड के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है।
इनकम टैक्स और ईडी की जांच के दायरे में भंडारी
संजय भंडारी इनकम टैक्स और ईडी की जांच के दायरे में भी है। आयकर विभाग ने पिछले साल उसके कई ठिकानों पर छापेमारी भी की थी। ईडी ने भंडारी की करीब 20 करोड़ की संपत्ति और चार महंगी कारों को जब्त किया था। भारत सरकार भंडारी के प्रत्यर्पण की कोशिश कर रही है। बताया जाता है कि वह इन दिनों लंदन में रह रहा है। सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से भी उसके संबंध बताए जाते हैं।
जानें क्या है मामला
बता दें कि हथियार डीलर संजय भंडारी पर आरोप है कि उसने यूपीए सरकार के दौरान रक्षा सौदौं में दलाली की। संजय भंडारी पर साल 2009 में 75 बेसिक ट्रेनर एयरक्राफट की डील में करोड़ों रुपये की दलाली का आरोप है। दलाली में मिली रकम से भंडारी ने लंदल में कई प्रॉपर्टी खरीदी, जो की कथित रूप से रॉबर्ट वाड्रा के नाम पर है।
कई देशों में चलाता है कारोबार
वर्ष 2015 में उसके ठिकानों पर हुई छापेमारी के दौरान आसमान में उड़ान के दौरान ही ईंधन भरने वाले विमानों की खरीद के लंबित प्रस्ताव से संबंधित दस्तावेज बरामद हुए थे। ओआइएस कंपनी के नाम से भंडारी का कई देशों में कारोबार है।