Advertisement

छत्तीसगढ़: 5 दिनों तक बिजली कटौती के बीच डॉक्टरों ने फोन की फ्लैशलाइट में किया घायलों का इलाज, शॉर्ट-सर्किट के कारण इमारत में लग गई थी आग

शॉर्ट-सर्किट के कारण इमारत में आग लगने के बाद पांच दिनों तक बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण, शनिवार को...
छत्तीसगढ़: 5 दिनों तक बिजली कटौती के बीच डॉक्टरों ने फोन की फ्लैशलाइट में किया घायलों का इलाज, शॉर्ट-सर्किट के कारण इमारत में लग गई थी आग

शॉर्ट-सर्किट के कारण इमारत में आग लगने के बाद पांच दिनों तक बिजली आपूर्ति बाधित रहने के कारण, शनिवार को छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के एक सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों को फोन की फ्लैशलाइट के नीचे घायल मरीजों का इलाज करने के लिए मजबूर होना पड़ा।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अस्पताल में सभी मुद्दों को तुरंत हल करने के लिए विधायक राजमन बेंजामिन ने कहा कि उन्होंने बिजली विभाग को वैकल्पिक व्यवस्था तैनात करने का निर्देश दिया है। पीडब्ल्यूडी के इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी अजय कुमार टेंबर्ने के मुताबिक, शॉर्ट सर्किट की घटना के तुरंत बाद इमारत में शुरुआती मरम्मत कर दी गई थी।

क्षेत्र के ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरिजीत चौधरी ने कहा कि मरम्मत करने की तात्कालिकता पर प्रकाश डालते हुए एक महीने पहले बिजली विभाग को एक पत्र भेजा गया था। चौधरी के मुताबिक, संबंधित पत्र में यह भी बताया गया है कि बारिश के कारण दीवारों पर नमी है, जिससे शॉर्ट सर्किट हो सकता है। बताया गया है कि डॉ. चौधरी ने अब विभाग के उच्च अधिकारियों को पत्र लिखकर अस्पताल के लिए जेनरेटर की मांग की है।

घायल मरीजों का चल रहा इलाज किलेपाल में शुक्रवार शाम ट्रक और बस की भिड़ंत में 18 लोग घायल हो गए, जबकि दो की मौके पर ही मौत हो गई। घायलों को अस्पताल ले जाया गया, और वहां पहुंचने पर पता चला कि वहां बिजली नहीं थी। कुछ घायलों की हालत गंभीर थी और उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिमारापाल मेडिकल कॉलेज भेजना पड़ा। अस्पताल की एम्बुलेंस भी बुलाने के बावजूद घटना स्थल पर नहीं पहुंची थी और घायलों को अस्पताल के पास रहने वाले चित्रकोट विधायक राजमन बेंजामिन और बास्तानार गांव के तहसीलदार के वाहनों में अस्पताल ले जाया गया था।

अब आप हिंदी आउटलुक अपने मोबाइल पर भी पढ़ सकते हैं। डाउनलोड करें आउटलुक हिंदी एप गूगल प्ले स्टोर या एपल स्टोर से
Advertisement
Advertisement
Advertisement
  Close Ad