राजधानी दिल्ली में बढ़ रहे बाढ़ के खतरों के मद्देनजर सोमवार को सरकार की उच्चस्तरीय बैठक के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कांफ्रेंस में राजधानी के लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी। केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में पानी पहुंचने में 36 से 72 घंटे लगते हैं, ऐसे में आज (सोमवार) शाम को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 को पार कर जाएगा। अगले 2 दिन क्रिटिकल हैं। पूरा प्रशासन अलर्ट पर है। उन्होंने कहा कि बाढ़ से प्रभावित लोगों के लिए दिल्ली सरकार की ओर से 2120 टेंट के इंतजाम किए गए हैं।
सभी एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया
इस दौरान मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि रविवार शाम हरियाणा ने 8.28 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा है, जो आने वाले 36-72 घंटे तक दिल्ली पहुंचेगा। ऐसी परिस्थिति में सरकार की ओर से जान-माल के नुकसान से बचने के हर संभव उपाय किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी एजेंसियों को अलर्ट पर रखा गया है, सभी तैयारियां कर ली गई हैं, इसलिए घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है।
पुराने यमुना पुल से ट्रेनों और वाहनों के आवागमन पर रोक
वहीं, पूर्वी दिल्ली के डीएम ने सोमवार शाम पुराने यमुना पुल से ट्रेनों और वाहनों के आवागमन पर रोक लगाने के आदेश दिए। आपात स्थिति में मदद के लिए 011-22421656 और 011-21210849 हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। कुल 23860 लोगों को बाढ़ क्षेत्रों से हटाए जाने की आवश्यकता है।
अगले 2 दिन मुश्किल भरे
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि यमुना किनारे रहने वाले लोग आज शाम 6-7 बजे तक टेंट्स में आ जाएं। आने वाले दो दिन मुश्किल भरे हो सकते हैं। ऐसे में मुख्यमंत्री ने लोगों को बिना घबराए किनारे के इलाकों से निकल कर खाली टेंट में आने की सलाह दी। इन टेंट में सभी के लिए भोजन, पानी और शौचालय की पूरी व्यवस्था कर दी गई है।
बाढ़ के हालात में 23 हजार लोगों के प्रभावित होने की संभावना
इसके साथ ही मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली में रहने वालों को नदि किनारे के इलाकों से हट कर दूसरी जगह जाने को कहा। उन्होंने कहा कि बाढ़ के हालात में 23 हजार लोगों के प्रभावित होने की संभावना है। सरकार ने विपरीत परिस्थितियों से निपटने के पुख्ता इंतजाम किए हैं।
यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया
बता दें कि हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने और यमुना नगर कैचमेंट एरिया में लगातार बारिश होने के कारण रविवार से ही दिल्ली में यमुना नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। सोमवार को यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया।
इस समय यमुना का जलस्तर 204.70 मीटर है जो खतरे के निशान से 0.20 मीटर ऊपर है। बता दें कि खतरे का निशान 204.50 मीटर है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए दिल्ली में सभी संबंधित एजेंसियां अलर्ट पर हैं। यमुना के बाढ़ क्षेत्र को खाली करने का आदेश जारी हो गया है। अधिकारियों का दावा है कि दिल्ली सरकार हर तरह के हालात से निपटने को तैयार है।