हैदराबाद। शिक्षक दिवस (पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती, 5 सितंबर) के अवसर पर मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने कि छात्रों में अनुशासन और ज्ञान विकसित करने, उन्हें लक्ष्य की स्पष्ट समझ देने और उन्हें योग्य बनाने में शिक्षकों की भूमिका अमूल्य है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 'मातृदेवोभव: पितृदेवोभव: आचार्यदेवोभव:' का भाव माता-पिता के बाद शिक्षक की प्राथमिकता को बताता है। तेलंगाना सरकार छात्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ-साथ शिक्षकों और छात्रों के कल्याण और विकास के लिए प्रभावी गतिविधियों को लागू कर रही है। तेलंगाना ने शिक्षकों ने शिक्षा के क्षेत्र में देश के लिए एक मिसाल कायम की है और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करके भावी पीढ़ी को सक्षम बनाने में सबसे आगे है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए राज्य सरकार द्वारा लागू की जा रही योजनाओं के लगातार अच्छे परिणाम आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तेलंगाना सरकार की नीतियों से आज सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र पढ़ाई और खेल के क्षेत्र में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राज्य का नाम दुनिया भर में फैला रहे हैं। यह शैक्षणिक प्रगति के प्रति तेलंगाना सरकार के समर्पण और ईमानदारी का प्रमाण है।
मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने पिछले 16 वर्षों से तेलंगाना समाज कल्याण गुरुकुल स्कूलों में काम कर रहे 567 अनुबंध शिक्षकों को नियमित करने के आदेश जारी किए हैं। सरकार ने समाज कल्याण विभाग के गुरुकुलों में कार्यरत संविदा शिक्षकों को 12 महीने का वेतन, मूल वेतन और छह महीने का मातृत्व अवकाश देने की घोषणा की है। गुरुकुल विद्यालयों के संविदा शिक्षकों का नियमितीकरण तुरंत होगा।