कृषि कानूनों पर सुप्रीम कोर्ट) के फैसले का कांग्रेस पार्टी ने स्वा गत किया है। साथ ही पार्टी ने चार सदस्यी य समिति बनने के निर्णय को चौंकाने वाला बताया। कांग्रेस मीडिया इंचार्ज रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि कमेटी के चारों सदस्य पहले ही काले कानून के पक्ष में अपना मत दें चुके हैं।ये किसानों के साथ क्या न्याय कर पाएंगे, यह बड़ा सवाल है।
वहीं, राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'क्या कृषि-विरोधी क़ानूनों का लिखित समर्थन करने वाले व्यक्तियों से न्याय की उम्मीद की जा सकती है? ये संघर्ष किसान-मज़दूर विरोधी क़ानूनों के ख़त्म होने तक जारी रहेगा. जय जवान, जय किसान!'
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, 'ये चारों तो मोदी जी के साथ खड़े हैं। ये क्या न्याय करेंगे। एक ने लेख लिखा। एक ने मेमेरेंडम दिया। एक ने चिट्ठी लिखी, एक पिटीशनर है।'
कांग्रेस नेता जयवीर शेरगिल ने कहा, कमेटी में से चार सदस्य हैं। तीन सदस्य पहले ही कानून वापसी के खिलाफ हैं। सुप्रीम कोर्ट का जो निर्णय है वह आधा गिलास भरा आधा गिलास खाली है भरा। इस नजरिए से कि बीजेपी के किसान विरोधी और तानाशाही रवैया पर करारा तमाचा है।